लकड़ी के गोदाम में लगी भीषण आग पचास मिनट तक फंसी रही 18 मजदूरों की जानगर्मी में बढ़ रही शार्टसर्किट से आग की घटनाएं

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सस्ते के चक्कर में लाखों का नुकसान हो जा रहा है। गर्मी आते ही आग की घटनाएं बढ़ गई हैं। और जांच के बाद बात शार्टसर्किट की सामने आ रही है। रविवार भोर में लकड़ी के एक गोदाम में आग की घटना हुई। गोदाम में लकड़ी होने की वजह से आग लगी तो तभी बुझी जब लकडियां जलकर खाक हो गईं। घटना बांस मंडी मु_ीगंज की है। आग इतनी भीषण लगी थी कि पचास मिनट तक 18 मजदूरों की जान सांसत में फंसी रही। ये तो गनीमत है कि फायर कर्मियों ने रेस्क्यू करके सभी मजदूरों की जान बचा ली। वरना भयावह हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता था।

ऐसे हुई घटना
मु_ीगंज के रहने वाले प्रदीप कुमार भगत लकड़ी कारोबारी हैं। प्रदीप भगत की बांस मंडी में भरत टिंबर स्टोर है। तीन मंजिला गोदाम में सभी फ्लोर पर लकड़ी रखी थी। शनिवार रात यहां काम करने वाले मजदूर खाना खाने के बाद ऊपर तीसरी मंजिल पर सोने चले गए। भोर में करीब साढ़े तीन बजे गोदाम से धुआं निकलने लगा। इसके बाद आग की लपटें उठने लगीं। उधर से गुजरने वालों की नजर पड़ी तो वह शोर मचाने लगे। किसी ने फायर ब्रिगेड को सूचना दे दी। आननफानन में फायर ब्रिगेड कर्मी दमकल लेकर पहुंच गए। मगर आग विकराल रूप ले चुकी थी। आग का विकराल रूप देखकर सीएफओ आरके पांडेय ने नैनी, मुंडेरा और सोरांव फायर स्टेशन से भी दमकल मंगा ली। आग कितनी विकराल थी, इसका अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि दस दमकल लगातार आग बुझाती रहीं, मगर आग रविवार शाम को कंट्रोल में आ पाई।

दीवार तोड़कर बुझाई गई आग
तीन मंजिला मकान के अगल बगल भी मकान हैं। लकड़ी के गोदाम में अंदर जाने का महज एक मेन दरवाजा है। ऐसे में आग ने जब तीनों मंजिला पर लकडिय़ों को अपनी जद में लिया तो फिर आग बुझाने के लिए फायर कर्मियों के पास दीवार तोड़वाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा। सुबह के समय तीसरी मंजिल पर बगल के मकान की दीवार तोड़ी गई। इसके बाद पीछे की तरफ से दीवार तोड़ी गई। दोनों तरफ दीवार तोडऩे के बाद फायर टेंडर से अंदर की तरफ पानी डाला गया। इसके बाद भी आग काबू में नहीं आ रही थी।

बगल के घरों की चटख गई दीवारें
लकड़ी गोदाम में लगी आग से अगल बगल के मकानों को भी भारी नुकसान पहुंचाया। गोदाम के बगल की दीवारें चटख गईं। जिससे पड़ोसियों के मकान को भी भारी नुकसान पहुंचा।

बगल के मकान से उतारे गए मजदूर
आग की सूचना के बाद पहुंचे फायर कर्मियों के सामने एक तरफ आग बुझाने की समस्या थी तो दूसरी तरफ ऊपर छत पर फंसे 18 मजदूरों को बचाने की जद्दोजहद। सभी मजदूरों को बगल के मकान से सीढ़ी लगाकर नीचे उतारा गया।

15 घंटे धधकी आग, सवा करोड़ का नुकसान
आग की घटना भोर में करीब साढ़े तीन बजे हुई। जबकि आग बुझाने में पूरी तरह से रविवार शाम को करीब सात बजे सफलता मिल पाई। इस दौरान दस फायर टेंडर ने साठ से ज्यादा चक्कर काटे। टिंबर कारोबारी प्रदीप भगत के अनुसार गोदाम में महंगी लकडिय़ों के अलावा प्लाई वुड भी था। सभी जल गए। जिससे करीब सवा करोड़ के नुकसान का अंदाजा लगाया गया है।

टिंबर गोदाम में शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका है। आग को पूरी तरह से बुझाने में पंद्रह घंटे का समय लगा। गोदाम की ऊपरी मंजिल पर फंसे 18 मजदूरों को सकुशल बचा लिया गया।
आरके पांडेय, सीएफओ फायर ब्रिगेड

Posted By: Inextlive