बहरिया में क्षतविक्षत मिला सिक्योरिटी गार्ड का शव

शव मिलने की सूचना से मचा हड़कप, परिजनों ने दर्ज कराया मुकदमा

ALLAHABAD: पिछले कई दिनों से लापता सिक्योरिटी गार्ड राजेन्द्र उपाध्याय का शव बहरिया के जंगल में मिलने से हड़कंप मच गया। हत्यारों ने गार्ड की बंदूक और मोबाइल भी लूट लिया। गुरुवार सुबह बहरिया थाना क्षेत्र के पतुलकी गांव के निकट क्षतविक्षत लाश मिलने से लोग सकते में आ गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जहां पहुंचे परिजनों ने शव की पहचान की। मृतक की पत्‍‌नी रमा देवी ने प्रतापगढ़ के आलोक मिश्रा और उसके वकील मामा विष्णु पांडेय के खिलाफ धूमनगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

धूमनगंज में रहता था गार्ड

कौशांबी जिले के चरवा थाना क्षेत्र स्थित समसपुर गांव निवासी अदालती उपाध्याय का बेटा राजेन्द्र सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था। वह धूमनगंज के बेगम बाजार मुहल्ले में किराए का कमरा लेकर पत्‍‌नी, बेटे और दो बेटियों के साथ रहता था। करीब एक माह से वह प्रतापगढ़ के लालगंज अजहरा निवासी आलोक मिश्रा के यहां नौकरी कर रहा था। आलोक का एक मकान कैंट में है और हाईकोर्ट के करीब उसका दफ्तर है। घरवालों का कहना है कि राजेन्द्र एकसप्ताह पहले आलोक के साथ लखनऊ गया था। आरोप है कि कुछ दिन बाद राजेंद्र ने बेटे के पास फोन किया कि उसे मारापीटा जा रहा। इस पर घरवाले घबरा गए और धूमनगंज थाने पहुंचकर शिकायत की। कुछ घंटे बाद राजेन्द्र का फिर फोन आया कि वह ठीक है और जल्द ही घर आ जाएगा। बुधवार रात पत्‍‌नी के मोबाइल पर मैसेज आया कि राजेन्द्र की तबियत खराब है और उसे एंबुलेंस के जरिए इलाहाबाद लाया जा रहा है। इस पर घरवाले फिर थाने पहुंचे। कुछ देर बाद धूमनगंज पुलिस फाफामऊ पहुंच गई, लेकिन कोई नहीं मिला। गुरुवार सुबह बहरिया के जंगल में लाश मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन की तो जेब में एक पर्ची मिली। जिसमें राजेन्द्र के बेटे का नंबर दर्ज था। पुलिस से सूचना पाकर बेटा आकाश पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर लाश की पहचान अपने पिता के रूप में की। इससे परिवार में मातम छा गया। इंस्पेक्टर धूमनगंज अरुण त्यागी ने बताया कि मृतक की पत्‍‌नी की तहरीर पर आलोक और विष्णु के खिलाफ पीट-पीटकर हत्या करने, दोनाली बंदूक लूटने और साक्ष्य छिपाने की रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपी फरार हैं। तलाश में दबिश दी जा रही है।

Posted By: Inextlive