सुबह नंबर लगाओ, दोपहर को पीयूसी पाओ
-नए नियम लागू होने के बाद 600 फीसदी बढ़ गई है पीयूसी सर्टिफिकेट बनने की संख्या
-सेक्शन 190(2) के तहत भरना होगा दस हजार रुपए फाइन PRAYAGRAJ: नए मोटर व्हीकल एक्ट के लागू होने के बाद पूरे देश में हलचल मची हुई है। इसी कड़ी में प्रयागराज में पीयूसी (पॉल्यूशन अंडर चेक) सर्टिफिकेट बनवाने की होड़ मची है। पहले एक पॉल्यूशन चेकिंग सेंटर पर दिनभर में 20-25 पीयूसी सर्टिफिकेट बनते थे। अब इसके लिए नंबर लगाना पड़ रहा है। आलम यह है कि ब्रेकफास्ट के टाइम नंबर लगाने पर लंच ऑवर में नंबर आ रहा है। एक सेंटर पर दिनभर में 150 पीयूसी सर्टिफिकेट बनाए जा रहे हैं। इस तरह देखा जाए तो नए नियमों के लागू होने के बाद पीयूसी सर्टिफिकेट बनने की दर में 600 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। यह है पीयूसी टेस्टपीयूसी टेस्ट में एक डिवाइस की सहायता से चेक किया जाता है कि व्हीकल के स्मोक में, कार्बन मोनोऑक्साइड, हाइड्रोकार्बन सहित अन्य एयर पॉल्यूटेंट मानकों से ज्यादा तो नहीं हैं। इसके बाद पीयूसी सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाता है।
भरना होगा मोटा फाइननए मोटर व्हीकल नियमों के हिसाब से पीयूसी नॉर्म्स के उल्लंघन पर मोटर व्हीकल एक्ट 2019 के सेक्शन 190(2) के तहत दस हजार रुपए फाइन भरना होगा। पहले यह फाइन एक हजार रुपए होता था।
नए नियमों का दिख रहा है डर नए मोटर व्हीकल एक्ट के लागू होने के बाद लोगों में इसका इम्पैक्ट इतना है कि लोग अपनी नई गाड़ी का भी पॉल्यूशन चेक करा रहे हैं। कब कराएं पॉल्यूशन टेस्ट व्हीकल के फर्स्ट रजिस्ट्रेशन के एक साल बाद हर छह महीने बाद पॉल्यूशन चेक कराना चाहिए। यहां बनवाएं पीयूसी सर्टिफिकेट आरटीओ सहित शहर के विभिन्न पेट्रोल पंपों पर पीयूसी सर्टिफिकेट बनवा सकते हैं। ये है इसकी फीस अलग वाहनों के प्रकार के हिसाब से इसका रेट 60 से 100 रुपए के बीच है। सुबह आठ बजे से ही नंबर लगा दिया था। इसके बाद अब जाकर 1.30 बजे सर्टिफिकेट बन पाया है। -जसवंत सिंह मैं तो पीयूसी सर्टिफिकेट बनवाने के लिए सुबह 8.30 बजे आ गया है। दो बजे सर्टिफिकेट बन पाया है। -शशांक नया व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद डर है कि चालान न हो जाए। इसलिए पीयूसी सर्टिफिकेट बनवाने आए हैं। -रघुनाथ एक तारीख से पहले 20 से 25 पीयूसी सर्टिफिकेट बनते थे। अब 150 सर्टिफिकेट डेली बन रहे हैं। इसके लिए भी सुबह आठ बजे ही नंबर लग जाते हैं। -दिवाकर गौड़ पॉल्यूशन चैक सेंटर म्योहाल