राखी के बदले मांगी सुरक्षा
कहीं सूनी ना रह जाएं कलाईराखी पर पुलिस वालों को राखी बांधने पहुंची महिला संगठन की मंजू पाठक ने बताया कि देखा जाता है कि पुलिस वाले अपने घर परिवार छोड़कर अपनी ड्यूटी करते है। इस कारण अक्सर वह राखी समेत कई ऐसे फेस्टिवल है, जो इंज्वाय नहीं कर पाते। इस अभियान के जरिए राखी की कमी को पूरा करना भी एक मुख्य उद्देश्य था। जिससे राखी के दिन किसी भी पुलिस वाले की हाथ की कलाई खाली ना रहे। इसलिए महिला संगठन की सदस्यों ने इस तरह का प्रयोग किया.
राखी के साथ फैशन भीराखी के फेस्टिवल पर इस बार सबसे अधिक धागे की डोर से बनी राखियों के साथ ही गोल्ड और सिल्वर की ब्रेसलेट की डिमांड भी सबसे अधिक है। सिटी के तनिष्क शोरूम में ही राखी के मौके पर ब्रेसलेट की एक लंबी सीरिज कस्टमर्स के लिए मौजूद है। इस बारे में कालिंदीपुरम् निवासी कल्पना कहती हैं कि राखी पर लोग महंगी राखियां खरीदते हैं। अगर सोने व चांदी के ब्रेसलेट को राखी की तरह यूज किया जाए तो वह एक बेहतर आप्शन है। भाई भी इसको काफी पंसद करते हैं। इसके साथ ही राखी फेस्टिवल को लेकर मार्केट में गिफ्ट की भरमार है। इस बार सबसे अधिक परफ्यूम, डियो, चाकलेट के साथ ही दूसरे कई ऐसे गिफ्ट आइटम हैं, जो भाई अपनी बहनों को इस राखी पर दे सकते हैं.