Allahabad: संगम नोज पर सब सो रहे थे. उन्हें जगाने की जरूरत थी. सबको पता है कि हम यहां पर गंदगी फैलाकर अपनी गंगा मां को गंदा कर रहे हैं. बावजूद इसके सभी ने अपनी आंखों पर पट्टी बांध रखी थी. सोने वालों को जगाने के लिए थर्सडे को अनोखा तरीका अपनाया. आखिर क्या था ये तरीका जानने के लिए पढि़ए ये स्टोरी...


गंगा की सफाई के नाम पर गेम थर्सडे को समाज सेवी सरदार पतविंदर सिंह व कौशल किशोर ने चप्पलों की माला और हार पहन कर संगम तट पर पहुंचे। उन्होंने पब्लिक को अवेयर करते हुए कहा कि गंगा की सफाई के नाम पर गेम हो रहा है। 27 साल से गंगा सफाई के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके हैं। अब समय आ चुका है कि इसके लिए हमें जागना होगा। पब्लिक को उन्होंने अवेयर किया और कहा कि पहले गंगा का पानी पीने लायक नहीं रहा और अब इस पानी से हम नहा भी नहीं सकते। इस अवेयरनेस वाले प्रोग्राम में पतविंदर के साथ कौशल, सुसेराज, अशोक और प्रिंस आदि शामिल थे।

Posted By: Inextlive