ALLAHABAD: सिर्फ सख्ती से काम नहीं चलेगा. सख्ती करके दो-चार दिन और हफ्ता भर तो रूल्स फॉलो कराया जा सकता है लेकिन परमानेंट तो तभी रूल्स फॉलो हो पाएगा जब बच्चे और पैरेंट्स खुद अवेयर होंगे. ऐसे में जरूरी है कि हम-आप मिलकर स्कूली बच्चों को ट्रैफिक रूल्स के प्रति अवेयर करें. उनको जिम्मेदार बनाएं कि वह खुद ट्रैफिक रूल्स का सीरियसली फॉलो करें. यह बात वेडनसडे को एडीएम सिटी दिव्य प्रकाश गिरी ने अभिभावक एकता संघ की मीटिंग में कही. उन्होंने इस दौरान पैरेंट्स से ट्रैफिक में सुधार को लेकर कई घंटे तक बातें भी कीं. बता दें कि हाईकोर्ट का डंडा चलने के बाद स्कूली बच्चों को ट्रैफिक रूल्स फॉलो कराने के लिए एडमिनिस्ट्रेशन सख्त है.

 स्कूल से पूछा जाएगा बस व बच्चों का रिकार्ड

एडीएम सिटी ने बताया कि सभी स्कूलों से पूछा गया है कि उनके यहां कितने बच्चे स्कूल से जाते हैं? और उनके लिए कितनी बस व टैंपो का यूज किया जाता है। एडीएम सिटी ने बताया कि इस तरह से स्कूल वाहनों में होने वाली ओवरलोडिंग को कंट्रोल किया जाएगा। एडीएम ने यह भी कहा कि स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन उन्हीं वाहनों को अटैच्ड करे, जिनके पास आरटीओ का सर्टिफिकेट हो। स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन को भी वाहनों की प्रॉपर सर्विसिंग पर ध्यान रखना चाहिए।

 तो तुरंत सूचना दें

पैरेंट्स के साथ मीटिंग में एडीएम सिटी ने कहा कि अगर कहीं पर स्कूली बस रूल्स तोड़ते हुए मिलें तो तुंरत एसपी ट्रैफिक या एडीएम सिटी के नंबर पर कॉल करके सूचना दी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि पैरेंट्स का नाम गोपनीय रखा जाएगा। इस दौरान पैरेंट्स ने स्कूलों की छुट्टी के वक्त चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की मौजूदगी की डिमांड की है। जिस पर एडीएम सिटी ने कहा कि यह व्यवस्था जल्द कर दी जाएगी। स्कूली वाहनों को ड्राइव करने वाले ड्राइवर के बैकग्राउंड का पता करने की जिम्मेदारी उन्होंने स्कूल प्रबंधकों को दी है। अभियान चलाकर वेडनसडे को ट्रैफिक पुलिस ने ओवरलोडेड टैंपो, टू व्हीलर्स व स्कूली बच्चों की चेकिंग की गई। एसएसपी मोहित अग्रवाल के मुताबिक ट्रैफिक पुलिस की ओर से 235 वाहनों का चालान किया गया।

 

Posted By: Inextlive