ALLAHABAD: सारी अंकल प्लीज छोड़ दीजिए मुझसे गलती हो गई. मैं दुबारा ऐसी गलती कभी नहीं करूंगा. आप नहीं जानते मैं कौन हूं. ये लीजिए बात करिए. आपको समझ में आ जाएगा मैं किसका बेटा हूं. इस तरह के डॉयलाग टै्रफिक पुलिस को आज भी चेकिंग अभियान के दौरान सुनने को मिले. गलती करने वाले सिर्फ स्टूडेंट्स ही नहीं थे. उन्हें साथ लेकर चलने वाले पैरेंट्स भी थे. संकेत साफ है अभी भी लोगों को हेलमेट पहनना गंवारा नहीं है.

नशे में कर रहे थे ड्राइविंग

ट्रैफिक पुलिस दिन में 12 बजे चेकिंग के लिए सिटी के विभिन्न चौराहों पर एलर्ट हो गई थी। कर्मचारियों के साथ ऑफिसर्स भी इसमें शामिल थे। आई नेक्स्ट ने अभियान को लाइव चेक किया। पुलिस लाइंस की ओर से बिना हेलमेट के आ रही एक बाइक को रोका गया तो पता चला कि दोनों नशे की हालत में हैं। पूछने पर एक ने अपना नाम आशीष और दूसरे से खुद को एमके और रेलवे का इम्प्लाई बताया। पुलिस ने उनकी बाइक का चालान काटने की कोशिश की तो वह झगड़े पर आमादा हो गए। पुलिस ने चालान करके ही उन्हें जाने दिया।

 Girls भी पीछे नहीं

म्योहाल चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस ने स्कूटी सवार गल्र्स को रोका। स्टूडेंट टाइम की दिखने वाली गर्ल ने हेलमेट नहीं पहन रखा था। ऑफिसर ने हेलमेट न पहनने का कारण पूछा तो उन्होंने ज्ञान देना शुरू कर दिया। एक दिन के अभियान से क्या होने वाला है। कुछ करना ही चाहते हैं तो इस अभियान को रोज चलाएं। फिर इन्होंने ऑफिसर को अपने फोन पर किसी को लाइन पर लिया और बात कर लेने को कहा। लेकिन, पुलिस ने उनकी एक न सुनी। फाइनली उन्हें जुर्माने के तौर पर सौ रुपए भरने के बाद ही जाने की अनुमति मिली।

 धौंस देने में स्कूली छात्र आगे

तब तक स्कूलों की छुट्टी का समय हो चुका था। पुलिस ने बीएचएस से बिना हेलमेट पहने निकले दो दर्जन से अधिक बच्चों को पुलिस ने रोक लिया। इससे पहले कि पुलिस ऑफिसर कुछ पूछते अपना नाम रोहित पाण्डेय बताने वाले एक स्टूडेंट ने अपने मोबाइल से किसी को कॉल कर दिया और कॉल होल्ड करके ऑफिसर पर प्रेशर बनाया कि वह बात करें। अधिकारियों ने कॉल रिसीव करने से इंकार कर दिया तो उसने कहा, आप मेरे पापा को नहीं जानते। इस पर बिना आगे एक भी शब्द सुने पुलिस ने गाड़ी का चालान काट दिया।

 गल्र्स ने सुनाया दुखड़ा

चेकिंग के दौरान सबसे खास बात रही कि पुलिस ने जितनी भी गल्र्स को पकड़ा सभी ने कोई न कोई प्रॉब्लम बताकर बचने की कोशिश की। किसी ने ऑफिस का हवाला दिया तो किसी ने इंटरव्यू के लिए लेट होना बताया। हैरानी वाली बात यह रही कि पुलिस ने जितनी भी गल्र्स को चेकिंग के दौरान पकड़ा उनमें से अधिकतर ने न तो हेेलमेट पहन रखा था और न ही उनके पास व्हीकल के डाक्यूमेंट थे।

 Aware भी किया बच्चों को

चेकिंग के दौरान मौके पर खुद मौजूद ट्रैफिक पुलिस के सीओ प्रदीप यादव ने सभी को ट्रैफिक रूल्स की जानकारी भी दी। साथ ही यह भी बताया कि रूल्स को फॉलो करना क्यों जरूरी है। बताया कि एक्चुअली इसमें उन्हीं का फायदा है। सीओ ने सभी को हेलमेट लगाने और गाड़ी के सभी कागजात साथ रखने की सलाह दी। गाड़ी चलाते वक्त इयरफोन का इस्तेमाल बिल्कुल न करने की हिदायत भी दी।

 

Posted By: Inextlive