- शाहगंज मार्केट में दुकान के बाहर खोके के जरिए होता है अतिक्रमण

- पार्किंग की कमी और अतिक्रमण की समस्या से जूझ रहे व्यापारी

- यहां आने वाले लोगों को वाहन खड़ा करने की नहीं मिलती जगह

- प्रयागराज- शहर में इलेक्ट्रानिक, इलेक्ट्रिकल, चाइना के सामान, मोबाइल और खिलौने के लिए सबसे बड़ी मंडी शाहगंज अतिक्रमण और अवैध रूप से बिल्डिंगों में बने खोके के कारण अपने बिजनेस की रौनक को खो रहा है। यहां अतिक्रमण और अवैध रूप से बने खोके के कारण शाहगंज मंडी की गली हमेशा जाम रहती है। ऐसे में कस्टमर्स जाम की समस्या से बचने के लिए इन गलियों में जाने से कतराने लगे हैं। यही कारण है कि करोड़ों का रोज कारोबार करने वाले इस मंडी में कारोबार का प्रतिशत लगातार कम हो रहा है। वहीं लाखों रुपए इनवेस्ट करके अपनी शॉप शुरू करने वाले कई दुकानदारों ने यहां से पलायन शुरू कर दिया है। इस बात की पड़ताल के लिए आई-नेक्स्ट के रिपोर्टर ने मौके पर जाकर स्थिति को देखा। पता चला कि गली में जाने के लिए सिर्फ 15 फीट का रास्ता है जबकि इसी रास्ते पर तीन से साढ़े तीन फीट खोके रखकर दुकानें चलाई जा रही हैं। इससे यहां आने वालों को जाम की समस्या से जूझना तो पड़ता है वहीं इसका खामियाजा होलसेल दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा है।

चबूतरे पर ही सामान रखकर बेचते हैं, करते हैं मनमानी

शाहगंज के बड़े व्यापारियों ने बताया कि गली में रहने वाले लोगों ने घर के बाहर चबूतरे पर ही खोके तैयार कर रखे हैं। इन खोके की साइज ढाई से तीन फिट की है। ये पूरी तरह से अवैध निर्माण में शामिल है। इन खोके को 8 से 10 हजार रुपए में किराए पर दे देते हैं। छोटे -छोटे खोके में दुकान चलाने वाले अपना सामान दुकान के बाहर तक बढ़ा देते हैं। ऐसे में गली लगभग खत्म हो जाती है। यही कारण है कि कस्टमर जब गली में घुसता है, तो यहां पर उसे अपने टूव्हीलर तक खड़ा करने की जगह नहीं मिल पाती है। इस चक्कर में अक्सर यहां लड़ाई की संभावना बनी रहती है। इसका सबसे ज्यादा खामियाजा होलसेलर को उठाना पड़ता है। क्योकि उनके यहां आने वाले कस्टमर की माल लेने की कैपिसिटी अधिक होती है। ऐसे में विवाद से बचने के लिए वह शाहगंज छोड़कर दूसरे एरिया में जाकर शापिंग करना पसंद करता है। जिसके कारण प्रतिदिन यहां पर करोड़ों का नुकसान लोगों को उठाना पड़ता है। यहीं कारण है कि शाहगंज मंडी पूरी तरह से अब फ्लाप होने की स्थिति में आ गई है।

300 किमी के एरिया को कवर करता है यहां का मार्केट

व्यापारियों ने बताया कि यह शहर का सबसे पुराना मार्केट है। यहां प्रतिदिन पांच करोड़ से अधिक का व्यापार होता है। इतना ही नहीं, इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिकल, चाइनीज गुड्स, ट्वायज, गिफ्ट आइटम की ऐसी मार्केट प्रयागराज के आस-पास के कई जिलों में नहीं है। अकेले यही एक मार्केट है, जो 300 किलोमीटर के एरिया को कवर करता है। लेकिन धीरे-धीरे अतिक्रमण और अवैध रूप से घरों के बाहर बने खोके के कारण हमेशा जाम की समस्या बनी रहती है। जिसके कारण फुटकर व्यापारी यहां आने से कतराने लगा है। क्योंकि जितना समय उसे यहां परर्चेजिंग में लगेगा। उतने में वह आसानी से अपने सामानों की खरीदारी करके घर लौट जाएगा।

शिकायत पर कार्रवाई, नतीजा सिफर

शाहगंज के व्यापारियों ने बताया कि अतिक्रमण और पार्किंग की समस्या को लेकर कई बार प्रशासन और ट्रैफिक वालों से शिकायत हुई है। एक बार एडीएम सिटी के नेतृत्व में टीम ने आकर इक्रोचमेंट ड्राइव भी चलाया था, लेकिन उसके बाद फिर से पुराना जैसा ही हाल हो गया है। उन्होंने कहा कि इस समस्या बचने के लिए जरूरी है कि रोड पटरी पर दुकान चलाने वालों को अलग से वेडिंग जोन बनाकर शिफ्ट किया जाए। तभी यहां की समस्या का समाधान हो सकेगा।

- मार्केट की इंक्रोचमेंट और पार्किंग नहीं होने की समस्या कई बार प्रशासन के सामने रखी गई है। लेकिन इसका कोई उपाय अभी तक नहीं हो सका है। जिससे व्यापार में प्रतिदिन करोड़ाें का नुकसान हो रहा है।

अनिमेष अग्रवाल

अध्यक्ष, शाहगंज सर्व व्यापार मंडल

- मार्केट में हमेशा ही जाम और अतिक्रमण की समस्या बनी रहती है। जिसके कारण कस्टमर भी आने से कतराने लगा है। वह पौश एरिया में जाकर वहां से महंगे रेट पर सामान लेना ज्यादा ठीक समझता है। क्योंकि इससे उसका समय बचता है।

नामदेव माधवानी

- 300 किलोमीटर एरिया में इससे बड़ी इलेक्ट्रानिक आदि की मार्केट नहीं है। यहीं कारण है कि यह तीन सौ किलोमीटर का एरिया कवर करता है। लेकिन होलसेल व्यापारियों को अधिक समस्या होती है। उनके कस्टमर भी आने से बचने लगे है।

मो। शकील एडवोकेट

- पार्किंग की कमी और अतिक्रमण ने पूरे मार्केट की रौनक को खत्म कर दिया है। अब यहां पर पहले जैसे व्यापार का माहौल खत्म होता जा रहा है। एक समय ऐसा था कि करोड़ों रुपए का रोज का टर्नओवर इस मार्केट का हुआ करता था। अब ऐसा नहीं है।

मो। एनुअल हसन

Posted By: Inextlive