हजारों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले साइन सिटी कंपनी का शातिर आशीष उर्फ आकाश वर्मा बहराइच में गिरफ्तार कर लिया गया. इस शख्स के खिलाफ के डेढ़ सौ से भी अधिक मुकदमें दर्ज हैं.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। आर्थिक अपराध शाखा व पुलिस की टीम तीन साल से उसकी तलाश में जुटी थी। तमाम कोशिशों के बावजूद पकड़ में नहीं आने वाला शातिर ईओडब्लू के कानपुर शाखा प्रभारी हरिशंकर मिश्र द्वारा बिछाए गए जाल में फंस गया। इस जाल को बिछाने में एक महिला स्टॉफ के द्वारा अहम भूमिका अदा की गई। मैसेंजर पर उसके द्वारा भेजे गए मैसेज के जरिए वह महिला कर्मचारी से चैट करने लगा। बस यहीं से उस तक पहुंचने के लिए टीम को रास्ता मिल गया। गिरफ्तार किए गए ठगों कंपनी के इस मेंबर को टीम द्वारा लाकर सोमवार दोपहर सिविल लाइंस थाने में दाखिल किया गया।

दुबई में है कंपनी का एक मालिक
जिले के करेली निवासी राशिद नसीम व उसका भाई आसिफ नसीम साइन सिटी नामक एक कंपनी बनाया। विभागीय लोगों के मुताबिक इस कंपनी के जरिए दोनों ठगी का काम शुरू कर दिए। आम पब्लिक को सस्ते में फ्लैट और जमीन का सपना दिखा कर करोड़ों रुपये की ठगी किए। साइन सिटी कंपनी में गिरफ्तार शातिर आशीष वर्मा उर्फ आकाश लीगल सिग्नेचर ऑफिसर था। कंपनी के दोनों मालिकों उसके हस्ताक्षर से रुपयों का लेन देन किया करते थे। लोगों को जमीन व फ्लैट नहीं मिला तो ठगी का केस दर्ज कराना शुरू किए। बताया गया कि अकेले आशीष के खिलाफ प्रयागराज व लखनऊ सहित अन्य जिलों में करीब 160 मामले दर्ज हैं। इस तरह प्रदेश भर में करीब 400 से अधिक मुकदमों की विवेचना ईओडब्लू की टीम कर रही है। सिविल लाइंस थाने में कंपनी के मालिकों व कर्मचारियों पर सैकड़ों केस दर्ज हैं। दबाव बना तो साइन सिटी का मालिक राशिद दुबई भाग गया। जबकि उसका भाई आसिफ नसीम वाराणसी जेल में है। आशीष पिछले तीन वर्षों से भागा भागा फिर रहा था। इस पूरे मामले की विवेचना ईओडब्लू आर्थिक अपराध शाखा व पुलिस टीम द्वारा की जा रही है। पुलिस व ईओडब्लू की टीम आशीष की तलाश में सिद्दत से जुटी थी।

इस तरह टीम ने बिछाया था जाल
बताते हैं कि कानपुर प्रभारी हरिशंकर मिश्र भी प्रकरण में विवेचना अधिकारी है। उन्हें आशीष के बारे में थोड़ी जानकारी मिली थी। थोड़ी जानकारी मिली तो उसे पकडऩे का प्लान तैयार किया गया। स्टॉफ की एक महिला कर्मचारी के जरिए मैसेंजर पर आशीष को मैसेज भेजा गया। महिला के सहारे विभाग द्वारा बिछाए गए जाल में शातिर आशीष फंस गया। महिला कर्मचारी के द्वारा उसे जाल में फंसाने के बाद उसकी लोकेशन ट्रेस की गई। लोकेशन बहराइच में मिली तो टीम वहां जा पहुंची। बहराइच में शातिर आशीष टीम के हत्थे चढ़ गया। गिरफ्तार करके टीम से सिविल लाइंस थाने लाई। बताया गया किवह लखनऊ के सरोजनी नगर का रहने वाला है। टीम की मानें तो कंपनी के द्वारा करीब 60 करोड़ रुपये की ठगी के मामले की जांच की जा रही है।

साइन सिटी द्वारा की गई ठगी के मामले में शातिर को गिरफ्तार किया गया है। वह लखनऊ का रहने वाला है। तीन वर्षों से फरार इस शातिर को बहराई से दबोचा गया।
बीरेंद्र यादव, थाना प्रभारी सिविल लाइंस

Posted By: Inextlive