सोरांव में हुई हत्या का एसपी गंगापार ने चौबीस घंटे के अंदर किया खुलासा

PRAYAGRAJ: खुन्नस में भूसा कारोबार से प्रॉपर्टी डीलिंग बिजनेस में हाथ आजमाने उतरे प्यारे लाल यादव की हत्या कर दी गई। दस दिन पूर्व हुए विवाद से नाराज गांव के ही दो लोगों ने वारदात को अंजाम दिया। सोमवार रात भूसा के टाल पर सोते समय फावड़े व रॉड से सिर पर वार किया गया। गंभीर चोट लगने से उसकी तत्काल मौत हो गई। बॉडी को रजाई से ढककर दोनों वहां से भाग निकले। कातिलों की तलाश में जुटी पुलिस चौबीस घंटे के अंदर दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया।

आरोपित बटाई पर लेते थे खेत

भूसा कारोबार में मिली सफलता के बाद प्यारे लाल यादव एक साल से प्रॉपर्टी डीलिंग करने लगे थे। सोरांव क्षेत्र के हाजीगंज निवासी प्यारे लाल यादव का एक मकान घर से करीब 100 मीटर दूर था। जहां पर वह भूसा का गोदाम बना रखा था। प्यारे लाल इसी गोदाम में ही रहा करता था। बेटे अशोक, साधू और एक बेटी सहित पूरा परिवार पुस्तैनी मकान में रहता था। गांव की ही बेवा रामकोला नामक महिला उसके यहां काम किया करती थी। शंकर यादव व घनश्याम यादव बटाई पर उसका खेत जोता बोया करते थे। दस दिन पूर्व रामकोला से मजाक को लेकर प्यारेलाल और शंकर के बीच विवाद हुआ था। इसके बाद प्यारेलाल घनश्याम से खेत ले लिया था। प्यारेलाल अपना रुपया भी घनश्याम से वापस करने पर दबाव बना रहा था। इसी बात को लेकर घनश्याम से भी उसका झगड़ा हुआ था। इसे शंकर यादव व घनश्याम यादव भूसा व्यापारी प्यारेलाल से दुश्मनी का कारण मान बैठे। दोनों दुश्मन मिलकर उसे हटाने का प्लान बना लिए।

योजना बनाकर पहुंचे थे हत्या करने

प्लान के तहत दोनों सोमवार की रात प्यारेलाल के भूसा गोदाम पर पहुंचे। जहां रोज की तरह प्यारेलाल चारपाई पर सो रहा था। पहुंचते ही फावड़े व रॉड से सिर पर प्रहार कर उसकी हत्या कर दिए। कत्ल के बाद दोनों वहां से भाग निकले। यह बातें गिरफ्तारी के बाद अभियुक्त शंकर यादव व घनश्याम यादव ने पुलिस को बताया। बरामद फावड़ा व रॉड को पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस ने बताय कि सुबह करीब आठ बजे नाश्ता लेकर बेटी पहुंची तो उसे लगा कि पापा सो रहे हैं। जगाने के लिए वे रजाई हटाई तो चीख पड़ी। पिता की हत्या देख बदहवास होकर भागते हुए घर पहुंची और सारी बात परिजनों को बताई। दुस्साहसिक घटना को सुन लोग जुट गए और एसपी गंगापार फोर्स के साथ मौके पर जा पहुंचे। डॉग स्क्वायड और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई। पोस्टमार्टम के बाद मृतक के बेटे अशोक यादव ने अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी।

फावड़ा बना खुलासे की वजह

कत्ल के बाद कातिल की तलाश में जुटी पुलिस तीन चार एंगल पर काम कर रही थी। पूछताछ में प्यारेलाल के घर वालों ने बताया कि फावड़ा उनका नहीं है। फावड़ा किसका है इस बात को लेकर पुलिस गांव में पूछताछ शुरू की। इस बीच दबी जुबान कुछ लोगों ने पुलिस को बताया कि फावड़ा शंकर यादव का है। यह मालूम चलते ही पुलिस ने शंकर को गिरफ्तार कर लिया। उसके पकड़े जाते ही कत्ल की पूरी कानी व घनश्याम का चेहरा बेनकाब हो गया।

प्यारे लाल की हत्या करने वाले उन्हीं के गांव के दो लोग थे। दोनों का दस दिन पूर्व किसी बात को लेकर उससे झगड़ा हुआ था। इसी खुन्नस में दोनों एक साथ मिलकर उसकी हत्या कर दिए। दोनों को गिरफ्तार कर कत्ल में प्रयुक्त फावड़ा व रॉड बरामद कर ली गई है।

धवल जायसवाल,

एसपी गंगापार

Posted By: Inextlive