वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में जिले में युद्धस्तर पर प्रयास हो रहे हैं. इसी क्रम में टीबी मरीजों को गोद लिया जा रहा है. समय के साथ मरीजों को गोद लेने वाले की संख्या बढ़ रही है. वर्ष 2019 में 41 वर्ष 2020 में 119 वर्ष 2021 में 600 और वर्ष 2022 में 2797 मरीजों को गोद लिया जा चुका है. सीएमओ डॉ. नानक सरन ने बताया कि टीबी मरीजों के दवा खाने की अवधि कम से कम छह माह का होती है. उन्होंने गोद लेने वालों से अपील की है कि अपनी जिम्मेदारी निभाते रहे हैं. उन्होंने बताया कि निक्षय मित्र बनने के लिए वेब साइट पर जा कर रजिस्टर करें. टीबी मरीज को गोद लेकर उनके पोषण में सहयोग करें.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ। अरुण कुमार तिवारी ने बताया कि मरीजों को गोद लेने वालों में नेशनल थर्मल पॉवर कारपरेशन लिमिटेड मेजा, इफ्को, प्रयागराज पॉवर जनरेशन कंपनी लिमटेड, जिला औषधि निरीक्षक गोविन्द गुप्ता का विशेष सहयोग शामिल है। डीटीओ ने बताया कि टीबी मरीजों के दवा खाने की अवधि कम से कम छह माह का होती है। बताया कि टीबी कोई लाइलाज बीमारी नहीं है। सही समय पर उपचार कराने, नियमित दवा और पौष्टिक आहार का सेवन करने से टीबी से छुटकारा आसानी से मिल सकता है। साथ ही परिवार के अन्य सदस्यों में भी इस बीमारी के प्रसार को रोकें। उन्होंने क्षय रोगियों से आह्वान किया कि सार्वजनिक स्थानों पर जाते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करें। इससे टीबी संक्रमण के फैलाव को रोकने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि क्षय रोग का सम्पूर्ण इलाज चिकित्सक की देखरेख में ही पूर्ण कराएं।

Posted By: Inextlive