Prayagraj Airport News: फेस्टिव सीजन आते ही ट्रेनों से लेकर फ्लाइट तक में पैसेंजर्स की संख्या बढऩे लगी है. दिवाली पर प्रयागराज के बाहर व शहर में रहकर नौकरी कर रहे लोग अपने घर जाने के लिए विभिन्न साधनों का प्रयोग करेंगे. ऐसे में ट्रेनों में टिकट की मारामारी के साथ फ्लाइट का किराया भी बढ़ गया है.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। तीन अक्टूबर से लेकर सात नवंबर के बीच फ्लाइट से प्रयागराज आना और जाना महंगा हो गया है। हालाकि चार शहर को छोड़कर फ्लाइट के किराए में दो गुना से अधिक की बढ़ोतरी हो गई है। जो दिवाली तक लगातार बढ़ती जाएगी। सात के बाद जाकर कही लोगों को राहत मिलेगी। फिलहाल प्रयागराज एयरपोर्ट से नौ शहर के लिए फ्लाइट चल रही है। अप एंड डाउन की बात करे तो कुल बीस फ्लाइट संचालित हो रही है।

प्रयागराज से बंगलुरू, दिल्ली, मुबंई, पुणे, गोरखपुर, बिलासपुर, भुवनेश्वर, रायपुर और देहरादून के लिए चलती है। जिसका संचालन इंडिगो और एयरइंडिया करती है। इनमें सबसे अधिक फ्लाइट दिल्ली के लिए संचालित होती है। लेकिन तीस अक्टूबर से रायपुर, देहरादून, भुवनेश्वर और बिलासपुर शहर की फ्लाइट को छोड़कर बाकि शहरों के लिए किराया लगभग दोगुना हो चुका है। एयरपोर्ट अथॉरिटी मैनेजर सुशांत श्रीवास्तव का कहना है कि रोजाना कुल अप एंड डाउन मिलाकर बीस फ्लाइट संचालित हो रही है। जिसमें कुल 1350 के करीब पैसेंजर्स सफर कर रहे हैं। जो कुछ दिन पहले ही 1100 के करीब था। लेकिन अब यह लोड तीस अक्टूबर से और तीस प्रतिशत के करीब बढ़ जाएगा.फ्लाइट्स की टिकट के रेट सीटों की डिमांड के हिसाब से बदलते हैं।

फ्लाइट -नार्मल किराया - 30 अक्टूबर 7 नवंबर के बीच किराया

प्रयागराज से दिल्ली - 2699 - 5119

प्रयागराज से पुणे - 3967 - 7136

प्रयागराज से बंगलूरू - 4067 - 8205

प्रयागराज से मुबंई - 4093 - 5670

प्रयागराज से गोरखपुर - 1914 - 2458

इन शहर के फ्लाइट के किराये में कोई अंतर नहीं

प्रयागराज से रायपुर - 2902

प्रयागराज से देहरादून - 3408

प्रयागराज से बिलासपुर - 2730

प्रयागराज से भुवनेश्वर - 3805

हाई लाइट

- अगर किसी ने वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी है। तो कोरोना रिपोर्ट की कोई जरूरत नहीं है

- मगर दूसरी डोज लगाने के 14 दिन बाद ही फ्लाइट में सफर किया जा सकता है

- उत्तराखंड और महाराष्ट्र स्टेट के लिए ये सबसे ज्यादा जरूरी है।

- 12 साल के नीचे के लिए कोई जरूरी नहीं है।

- अगर किसी ने दोनों डोज नहीं लगवाई है तो 24 घंटे अंदर की कोरोना रिपोर्ट दिखाना होगा।

कोई भी फेस्टिव सीजन आता है तो ट्रेवलर्स का फ्लो बढ़ जाता है। फ्लेक्सी फेयर अरेंजमेंट के चलते किराया अपने आप इंक्रीज कर जाता है। फ्लाइट का किराया सीट की आक्यूपेंसी पर डिपेंड करता है। दिवाली, होली और ईद पर सबसे ज्यादा भीड़ रहती है।

सुशांत श्रीवास्तव मैनेजर, एयरपोर्ट अथॉरिटी

Posted By: Inextlive