पत्नी के साथ बच्चे को स्कूल ड्रेस दिलाने जा रहा शख्स पुल पर मंझा से हुआ जख्मीबैरहना स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में चल इलाज बाद खतरे से बाहर बताई जा रही तबीयत

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। रोक व सख्ती के बावजूद आखिर चाइनीज मंझा शहर में बिक कैसे रहा है। यह सवाल लोगों के जेहन में यूं ही नहीं कौध रहा। इसके पीछे एक बड़ी वजह यह है। दरअसल इसी चाइनीज मंझा के चपेट में आने से अब्दुल खादिल की बांह कट गई। वह बाइक लेकर ब्रिज के ऊपर गिर पड़े। गिरने से पीछे बैठी उनकी पत्नी व बच्चे को भी चोटें आईं हैं। इस मंझा से बांह कटने के कारण अब्दुल गंभीर रूप से घायल हो गए। गिरने से भी उनके शरीर में कई जगह चोटें आई हैं। ऐसी स्थिति में इलाज के लिए उन्होंने बैरहना स्थित प्राइवेट ऑस्पिटल में एडमिट कराया गया है। जहां पर अब डॉक्टर उनकी हालत खबरे से बाहर से बाहर बता रहे हैं। शहर से गांव तक मंझा से होने वाली यह कोई पहली घटना नहीं हैं। इसके पहले पूर्व भी ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं।

पुलिस को नहीं दी गई सूचना
अब्दल खालिद नैनी एरिया के गंजिया निवासी हैं। बताते हैं कि कुछ दिन पूर्व वह पत्नी के साथ बाइक से बच्चे को लेकर स्कूल ड्रेस दिलवाने जा रहे थे। बच्चा मां के साथ पीछे बैठा हुआ था। बाइक लेकर वह पुल पर पहुंचे थे। इसी पुल पर चाइनीज मंझा बाइक चला रहे अब्दुल के हाथ की बांह से टच हो गया। मंझा टच होते ही तेज चाकू की तरह उनकी बांह कट गई। इससे वह बाइक लेकर रोड पर गिर पड़े। गिरने से पत्नी व बच्चे को भी मामूली चोटें आईं। पति के हाथ से निकल रहे खून को देखकर पत्नी व बच्चा चीख पड़ा। राहगीरों की मदद से अब्दुल उठे और फौरन बैरहना हॉस्पिटल पहुंचे। वहां उनके बांह के जख्म पर कई टांके लगे हैं। डॉक्टर अब हालत ठीक बता रहे हैं। बताते चलें कि कि इस तरह घटना जिले में कोई पहली नहीं है। पूर्व में इस मंझे की वजह से जान तक जा चुकी है। जबकि चाइनीज मंझा की ब्रिकी पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। फिर लोगों में सवाल यह उठ रहा कि आखिर यह मंझा आ कहां से रहा है। घटनाएं इस बात की उदाहरण हैं कि यह मंझा मार्केट में धड़ल्ले से बिक रहा है। पाबंदी सिर्फ कागजों व फाइलों तक ही सीमित है।

कक्षा तीन के बच्चे की हुई थी मौत
फरवरी 2024 में हंडिया एरिया के सैदाबाद अजोरावा गांव निवासी कक्षा तीन का छात्र सचिव पुत्र अशोक यादव की चाइन मंझा से गला कट जाने से मौत हो गई। वह सरायइनायत थाना क्षेत्र के कुआंडीह गांव में नाना विजय यादव के यहां रहता था। घटना हनुमानगंज क्षेत्र में वाराणसी हाईवे पर हुआ था। एक रिश्तेदार के साथ वे पिता की दुकान पर सामान पहुंचाने जा रहा था।

वर्ष 2021 में पत्नी के साथ बाइक से यमुनापार के घूरपुर से लौटते समय सिविल लाइंस पत्रिका मार्ग होमगार्ड कार्यालय के पास निवासी रीरथ नाथ नए पुल पर मंझा की चपेट में आ गए थे। उनका गला कटने से मौत हो गई थी। वह परिवार के इकलौते कमासुत थे। कीडगंज एरिया में हुई इस घटना के बाद पुलिस पतंग व मंझा बेचने वालों पर सख्त हुई थी। इसके बाद फिर सब जस का तस रहा।

Posted By: Inextlive