एक्साइज ने कंसाइज की शहर की इकोनॉमी
- दस दिन की बंदी में सर्राफा मार्केट को लगा 200 करोड़ का फटका
- एक्साइज ड्यूटी के विरोध में 25 हजार कारीगरों ने बंद किया काम ALLAHABAD: प्रति दिन करीब 10 से 20 करोड़ के बिजनेस से इलाहाबाद की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने वाले सर्राफा कारोबार पर एक्साइज ड्यूटी का ग्रहण लग गया है। एक परसेंट एक्साइज ड्यूटी लगाए जाने के विरोध में पूरा सर्राफा कारोबार बंद है, जिसकी वजह से इलाहाबाद को अब तक करीब 200 करोड़ का चूना लग चुका है। बड़े-बड़े शो रूम और ज्वैलरी की दो से तीन हजार दुकानें होने के बाद भी सहालग के मौसम में ज्वैलरी खरीदने के लिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। इलाहाबाद की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हुई है। वर्षो बाद लंबी हड़तालवर्षो बाद ऐसा हुआ है जब इलाहाबाद की सर्राफा मंडी दस दिन से बंद है। दूर दराज तक पसंद किए जाने वाले इलाहाबाद सर्राफा मंडी में बनने वाले आभूषणों का निर्माण ठप है। एक्साइज ड्यूटी के विरोध में मार्केट बंद है। न तो सोना बिक रहा है और न ही आभूषण बन रहे हैं। एक्साइज ड्यूटी बढ़ाए जाने के विरोध में पूरे देश में चल रहे आंदोलन में इलाहाबाद के व्यापारियों ने जबर्दस्त तरीके से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इलाहाबाद के चौक, सिविल लाइंस, के साथ ही अन्य इलाकों में स्थित सभी ज्वैलरी की दुकानें व शो रूम बंद हैं।
हड़ताल का व्यापक असर - ज्वैलरी के बड़े-बड़े शोरूम के साथ ही शहर में हैं करीब तीन हजार सर्राफा की दुकानें हैं बंद - आभूषण बनाने वाले करीब 25 हजार कारीगरों ने ठप किया काम - सदियापुर, जडि़यन टोला, महाजनी टोला, चौक और मीरगंज में सबसे ज्यादा हैं आभूषण के कारीगर - 10 दिन में 300 किलोग्राम सोने की नहीं हो सकी खपत - प्रतिदिन करीब 30 किलोग्राम सोना की इलाहाबाद में होती है खपत, 20 करोड़ का टर्नओवर - 10 करोड़ का बिजनेस होता है शहर में तो 10 करोड़ ज्वैलरी पर डे जाती है इलाहाबाद से बाहर - इलाहाबाद की सर्राफा मंडी बंद होने से आस-पास के जनपदों में भी ठप है सर्राफा कारोबार - पूरे देश में बंद है सर्राफा की करीब 700 मंडी इंस्पेक्टर राज से सहमेसर्राफा कारोबारियों का कहना है कि उन्हें दिक्कत एक्साइज ड्यूटी से ज्यादा इंस्पेक्टर राज से है। क्योंकि एक्साइज ड्यूटी लगने के बाद कागजी कार्रवाई कुछ ज्यादा ही बढ़ जाएगी। सर्राफा कारोबारियों के साथ ही कारीगरों को भी रिकार्ड मेंटेन करना होगा। इंस्पेक्टर राज में उनका शोषण बढ़ जाएगा।
10 परसेंट दे रहे कस्टम ड्यूटी पहले से ही 10 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है। अब इसके ऊपर एक्साइज ड्यूटी की मार ने छोटे कारीगरों व बड़े व्यापारियों की कमर तोड़ दी है। लोकल कारीगरों व ज्वैलर्स पर बढ़ी एक प्रतिशत एक्साइज ड्यूटी से 10 ग्राम सोने पर ग्राहक को 300 रुपए अतिरिक्त देना होगा। क्या कहते हैं सर्राफा कारोबारी सर्राफा कारोबारी केवल अपनी नहीं बल्कि उन हजारों लोगों के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं, जो कारीगरी कर किसी तरह अपना परिवार चला रहे हैं। हुनर में तो माहिर हैं, लेकिन ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं। एक्साइज ड्यूटी का सबसे ज्यादा असर कारीगरों पर पड़ेगा, जिसे हर हाल में लागू नहीं होने दिया जाएगा। अनिश्चित कालीन आंदोलन इसी तरह चलता रहेगा। कुलदीप सोनी अध्यक्ष, प्रयाग सर्राफा मंडल सरकार ने पहले दो लाख तक की ज्वैलरी की खरीद पर पैन कार्ड दिखाना आवश्यक कर दिया। अब एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का निर्णय लिया है। सरकार के इस आदेश का सबसे ज्यादा असर छोटे दुकानदारों व कारीगरों पर पड़ेगा। प्रशांत अग्रवाल, सर्राफा व्यापारीएक परसेंट एक्साइज ड्यूटी देने का आदेश लागू होने से देश भर के सर्राफा कारोबारियों को 28 वर्ष पहले जिस इंस्पेक्टर राज से छुटकारा मिला था, वो एक बार फिर से लागू हो जाएगा। सर्राफा कारोबारियों का शोषण बढ़ जाएगा।
विनय मिश्रा, सर्राफा कारोबारी