हंडिया में बस की टक्कर से कार के उड़े परखच्चे कार में रहे चार लोग हुए घायलकड़ाके की ठंड के बीच हुए हादसों में दो लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में 50 वर्षीय सुशीला देवी व 55 वर्षीय अमृत लाल शामिल है. अमृत लाल का यहां प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था. इसी तरह हंडिया में एक कार से तेज रफ्तार कर टकरा गई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए. गनीमत रही कि उसमें सवार एक ही परिवार के चार लोग बाल-बाल बच गए. घायल चारों कार सवारों को इलाज के लिए पुलिस द्वारा हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है.


प्रयागराज ब्यूरो । कौशांबी जनपद में मुडिया टोली गांव निवासी बचान लाल का निधन हो चुका है। उनकी पत्नी 50वर्षीय सुशीला तीन बेटों के साथ काङ्क्षलदीपुरम कॉलोनी में कॉलोनी में रहती थी। बेटे सैलून में काम करते हैं। एक व्यक्ति के निधन पर धार्मिक रस्मों को पूरा कराने के लिए सोमवार सुबह करीब 10 बजे 60 फीट चौराहा से मुड़कर तीस फीट मार्ग पर एक मकान की ओर जा रही थीं। वह चौराहे से मुड़कर थोड़ा आगे पहुंची तभी घर-घर कूड़ा उठाने वाली गाड़ी बैक हो रही थी। इस गाड़ी से सुशीला को टक्कर लगी और वह दीवार पर गिर गईं। उनके सिर में चोट आने से बेहोश हो गए। सुशील को बेसुध देखकर लोगों द्वारा पुलिस को खबर दी गई। राजरूपपुर चौकी प्रभारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। लोग सुशीला को हॉस्पिटल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद कूड़ा गाड़ी सहित चालक मौके से भाग निकले। धूमनगंज थाना प्रभारी राजेश कुमार मौर्य ने कहा कि गाड़ी का पता लगाया जा रहा है। तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसी तरह मऊआइमा थाना क्षेत्र में 17 दिसंबर को बाइक सवार की टक्कर से घायल अमृत लाल पुत्र रामधन ने भी दम तोड़ दिया है। वह मऊआइमा का ही रहने वाला था। घायल अमृत लाल को इलाज के लिए लोग सिटी के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज करा रहे थे।

कार की कंडीशन देख रंग रहे लोगइसी तरह हंडिया हाईवे पर सोमवार सुबह प्राइवेट बस वाराणसी की तरफ से आ रही कार में टक्कर मार दी। कार में सवार एक ही परिवार के चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में 48 वर्षीय धीरज कुमार पुत्र राजेंद्र कुमार, उनकी पत्नी दीपाली शर्मा, 03 वर्षीय हर्षित व एक और बालक शामिल हैं। कार में बस की टक्कर इतनी जोरदार थी कि उसके परखच्चे उड़ गए। हंडिया थाना प्रभारी धर्मेंद्र कुमार दूबे ने कहा कि चारों घायल इलाज बाद खतरे से बाहर बताए गए। वह वाराणसी में दर्शन करके वापस लौट रहे थे।

Posted By: Inextlive