-कई विभागों के पास नहीं है थर्मल स्कैनर का इंतजाम

-सेनेटाइजर भी है नदारद, बिना जांच अंदर एंट्री करते हैं बाहरी

PRAYAGRAJ: अनलॉक में सरकारी विभाग के कर्मचारी अनसेफ हैं। वह कभी भी कोरोना की चपेट में आ सकते हैं। विभागों के एंट्री प्वाइंट पर प्रॉपर जांच नहीं होने से कभी भी संक्रमण प्रवेश कर सकता है। यह हकीकत दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक में सामने आई। गिनती के विभागों को छोड़कर कहीं भी प्रॉपर इंतजाम नहीं दिखा। कहीं थर्मल स्कैनर तो कहीं सेनेटाइजर नदारद मिला।

काम नहीं कर रहा था थर्मल स्कैनर

कहां: ट्रेजरी विभाग कलेक्ट्रेट

कलेक्ट्रेट के ट्रेजरी विभाग में सुबह से शाम तक आने वालों का तांता लगा रहता है। रिपोर्टर पहुंचा तो एंट्री प्वाइंट पर बैठी महिला ने सेनेटाइजर से हाथ धुलाकर पल्स रेट चेक किया। इसके बाद अंदर जाने की परमिशन दे दी। रिपोर्टर ने कहा कि थर्मल स्कैनर रखा है तो टेम्परेचर भी चेक कीजिए। इस पर महिला ने बताया कि यह ठीक से काम नहीं कर रहा। महिला ने भी माना कि थर्मल स्कैनर के खराब होने से कभी भी चूक हो सकती है।

मन हो तो करिए सेनेटाइज

कहां: जिला निर्वाचन कार्यालय

रस्सी बांधकर एक पार्ट सीज कर दिया गया है। यहां केवल कर्मचारी ही जा सकते हैं। अधिकारियों के केबिन की तरफ कोई भी रोक नहीं लगाई गई है। बेरोक-टोक अंदर जाने के बाद रिपोर्टर ने कर्मचारी से सेनेटाइजर के बारे में पूछा तो लापरवाही भरा जवाब दिया। कहा कि बाहर सेनेटाइजर रखा है, चाहे तो हाथ धुल लीजिए।

बचाव के लिए लगा ली कुर्सी

कहां: सिटी मजिस्ट्रेट ऑफिस

सिटी मजिस्ट्रेट ऑफिस में कर्मचारियों ने अपने को संक्रमण से बचाने के लिए कुर्सी लगा रखी है। मेन गेट पर कुर्सी लगाकर एंट्री को लॉक कर दिया है। बाहर से आने वाले अपना काम कराकर लौट जाते हैं। कर्मचारी ने बताया कि और कोई व्यवस्था नहीं की गई, इसलिए हमने बचाव का यह रास्ता निकाल लिया है।

रस्सी बांधकर कोरोना से बचाव

कहां: जेए अनुभाग, एडीएम सिटी ऑफिस

एडीएम सिटी कार्यालय के जेए अनुभाग में कर्मचारियों ने रस्सी बांधकर बाहरियों का प्रवेश बैन कर दिया है। पूछने पर बताया कि थर्मल स्कैनर और सेनेटाइजर नहीं है। इसलिए हमने रस्सी बांध दी है। जो भी आता है बाहर खड़ा रहता है। हम दूर से उससे फाइल ले लेते हैं। विभागीय कर्मचारी को अंदर आने देते हैं।

कहीं रोक-टोक, कहीं पूरी छूट

कहां: विकास भवन

कलेक्ट्रेट के बाद विकास भवन के कई विभागों में भी रिपोर्टर को यही हालात नजर आए। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता, कृषि विभाग, उप निदेशक दिव्यांगजन आदि विभागों में अंदर जाने पर कोई रोक-टोक नहीं थी। कर्मचारी भले ही सहमे से नजर आए। जैसे ही रिपोर्टर अंदर गया, सभी ने नाक पर मास्क चढ़ा लिया।

इन विभागों में चेक हुआ टेम्परेचर

विकास भवन के जिला कार्यक्रम अधिकारी के कार्यालय पर जांच की प्रॉपर व्यवस्था नजर आई। एंट्री प्वाइंट पर ही कर्मचारी ने पहले थर्मल स्कैनर से टेम्पेरेचर चेक किया और इसके बाद सैनेटाइजर से हाथ धुलाया। सेम यही सिस्टम जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में भी नजर आया। यहां भी आने वालों की प्रॉपर जांच की जा रही थी।

यह बनाए गए हैं नियम

-शासन की ओर से सभी विभागों को स्वयं थर्मल स्कैनर और सैनेटाइजर की व्यवस्था करने को कहा गया है।

-हालांकि इसके लिए अलग से बजट नहीं दिया गया है।

-यही वजह है कि कई विभाग महंगा थर्मल स्कैनर खरीदने से बचते हैं।

-उनकी इस लापरवाही से दर्जनों कर्मचारियों का जीवन दांव पर लग सकता है।

-आला अधिकारी भी इस लापरवाही की मॉनीटरिंग नही कर रहे हैं।

Posted By: Inextlive