स्मार्ट सिटी के चौराहों पर तैनात पुलिस भी नहीं दे रही ध्यान सिर्फ कार्रवाई का कोरम पूरा कर रहेहादसों के बाद इन वाहनों को पता लगाना ट्रैफिक पुलिस के लिए बड़ा चैलेंज 17029 दो पहिया वाहन बिना नंबर प्लेट के ट्रेस किए गए जनवरी 2022 से नवंबर तक8771चार पहिया वाहन बिना नंबर प्लेट के ट्रेस किए गए इस साल में तीस हजार से अधिक वाहनों को ट्रेस नहीं कर पाया स्मार्ट कैमरा सिटी में ऐसे बहुत से वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं जिनके नंबर प्लेट ही नहीं है. हादसों के बाद इन वाहनों को ट्रेस कर पाना ट्रैफिक पुलिस के लिए चैलेंज बन रहा है. बिना नंबर प्लेट के वाहनों का चालान भी नहीं हो पाता. आखिर ऐसे वाहनों की बढ़ती संख्या का जिम्मेदार कौन है? नियमत: यातायात पुलिस को ऐसे वाहनों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाकर कार्रवाई करनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. ऐसे वाहनों के चलते यातायात पुलिस की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आती है. दैनिक जागरण आइ-नेक्स्ट की पड़ताल में पता चला कि कई ऐसी वारदात हाल ही में हो चुके है. जिनमें बिना नंबर प्लेट वाहनों का यूज किया गया है. इस तरह के वाहनों से हुए हादसे में पीडि़तों को कार्रवाई के बजाय सिर्फ आश्वासन की घुट्टी पिलाकर प्रशासन इतिश्री कर लेता है.

यागराज ब्यूरो । लूट एवं छिनैती की घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधी बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों का ही इस्तेमाल करते हैं। अभी हाल में सिविल लाइंस, कर्नलगंज एवं जार्जटाउन क्षेत्र में हुई छिनैती एवं लूट की वारदात में बिना नंबर के वाहनों का यूज किया गया था। विगत दिनों मिश्रा भवन चौराहे के पास बैंक से दो लाख रुपये निकालकर बाइक से जा रही नैनी निवासी शांती देवी का रुपयों से भरा पर्स छीनकर
बाइक सवार बदमाश फरार हो गये थे। अभी तक पुलिस बदमाशों को पकड़ नहीं पायी है। जार्जटाउन में तीन दिन पहले एलआईसी एजेंट को तमंचे के बट से सिर फोड़कर बाइक सवार दो बदमाश 1.55 लाख रुपये लूटकर फरार हो गये थे। अभी तक वह भी पुलिस की पकड़ से दूर है। कर्नलगंज, सिविल लाइंस, शिवकुटी, जीरो रोड सहित अन्य थाना क्षेत्र में मोबाइल छिनैती की कई घटनायें हुई है। जिसमें बदमाशों ने बिना नंबर प्लेट के वाहनों का प्रयोग किया है। जिससे बदमाश पुलिस की पकड़ से दूर है।

यह है प्रमुख कारण
स्मार्ट सिटी में जहां सबकुछ स्मार्ट हो रहा है। वहीं पुलिस की कार्यप्रणाली आज भी पुराने ढर्रें पर चल रही है।
नंबर प्लेट युक्त वाहन के मालिक उसका पता, रजिस्ट्रेशन नंबर आदि जानकारी के लिए ऐप के माध्यम से पुलिस तत्काल पता कर लेती है।
लेकिन बिना नंबर के वाहनों की जानकारी पुलिस के पास नहीं है। इसका प्रमुख कारण यही है कि बिना नंबर प्लेट वाहनों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है।
जिसका फायदा वाहन चालक लूट की घटनाओं को अंजाम देने एवं हादसे के बाद भागने में उठा रहे है।
ऐसे वाहनों को ट्रेस करना भी पुलिस के लिए नामुमकिन है। जबकि स्मार्ट सिटी के चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये इसके बावजूद भी ऐसे वाहनों को पकडऩे या उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है।

रेड सिग्नल भी पार कर जाते हैं वाहन चालक
स्मार्ट सिटी में 26 चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये है। जिनकी मानिटरिंग आईट्रिपलसी से की जा रही है। चौराहों को चारों ओर ऑटोमैटिक सिग्नल लगाए गए हैं। रेड सिग्नल होने पर जेब्रा क्रासिंग से पहले ही वाहनों को रोकने की व्यवस्था की गयी है। लेकिन बिना नंबर वाले वाहन चालक रेड सिग्नल पर कर आगे निकल जाते हैं। जबकि चौराहों पर खड़ी यातायात पुलिस भी उन्हें रोकने की जहमत नहीं उठाती। पुलिस चाहे तो आईट्रिपलसी के माध्यम से ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।

बिना नंबर वाले वाहनों के बारे में जानकारी जुटाने के निर्देश दिये गये है। जल्द ही आईट्रिपलसी का सहयोग लेते हुए ऐसे वाहनों पर कार्रवाई की जायेगी।
सीताराम एडिशनल डीसीपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive