बीजेपी में रार से बढ़ सकती है तकरार
दूसरे दलों से आने वालों को लेकर कार्यकर्ताओं में बढ़ रही अशांति
घुसपैठिए चुनावी टिकट में लगा सकते हैं सेंध, कई नाम पहले ही हो चुके हैं शामिल ALLAHABAD: यूपी में लगातार अपना जनाधार बढ़ाने में लगी बीजेपी का दामन थामने के लिए दूसरे दलों के नेता भी बेताब नजर आ रहे हैं। कई बड़े नेताओं ने पार्टी ज्वाइन कर ली है तो सपा-बसपा के कई बड़े नाम इस फेहरिस्त में शामिल हैं। इन सबके बीच भाजपा के जमीनी के कार्यकर्ता इन दिनों असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि पांच साल कड़ी मेहनत के बाद अगर दल-बदलुओं ने टिकट में सेंधमारी की तो यह निराशाजनक होगा। फिलहाल, पार्टी के भीतर इस मामले को लेकर तकरार दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। टिकट पर लगी है नजरजिले की सभी बारह विधानसभाओं में से शहर की तीन सीटों पर सभी की निगाह लगी है। सबसे ज्यादा डिमांडिंग सीट शहर उत्तरी है। जिसको लेकर दूसरे दलों के नेताओं की भी नजरें टिकी हुई हैं। हाल ही में सपा के कई बड़े नेताओं ने भाजपा की सदस्यता हासिल की है। उधर, पार्टी के ही कई नाम इस टिकट की राह में पलके बिछाए बैठे हैं। इसके अलावा शहर पश्चिमी और दक्षिणी सीट के टिकट के लिए मारामारी का दौर चल रहा है। ऐसे में दूसरे दलों से लोग आए तो भाजपा के पुराने नेताओं की दिक्कत बढ़ सकती है।
बोलने को तैयार नहीं कार्यकर्ता हालांकि, इतना सब होने के बावजूद पार्टी कार्यकर्ता कुछ भी खुलकर बोलने को तैयार नही हैं। उनका कहना है कि उनका संदेश पार्टी के आला नेताओं को मिल चुका है। जिसमें साफ शब्दों में कहा गया है कि टिकट के बटवारे में पार्टी के वफादार कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को वरीयता दी जानी चाहिए। पार्टी ने भी कार्यकर्ताओं को आश्वासन दे रखा है, बावजूद इसके अंदरुनी असंतोष कहीं न कहीं पनप रहा है। बता दें कि भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सीएम उम्मीदवार की घोषणा नहीं किए जाने से यह तो स्पष्ट की चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी को केंद्र में रखकर लड़ा जा सकता है। यही कारण है कि अन्य दलों के नेता टिकट मिलने के आश्वासन पर भाजपा ज्वाइन करने की कोशिशों में लगे हुए हैं।