आई इम्पैक्ट

-दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में खबर छपने के बाद जागे जिम्मेदार

-तीन मासूमों को आज रवाना किया जाएगा उनके परिजनों के पास

आई इम्पैक्ट

-दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में खबर छपने के बाद जागे जिम्मेदार

-तीन मासूमों को आज रवाना किया जाएगा उनके परिजनों के पास

BAREILLYBAREILLY:

कायदों में उलझकर शेल्टर होम में फंसे मासूमों को आखिरकार घर जाने की इजाजत मिल गयी। ये बच्चे एक महीने से फंसे हुए थे। परिजन बच्चों की कस्टडी के लिए चक्कर काट रहे थे। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने बच्चों की पीड़ा को उजागर किया तो चाइल्ड लाइन और शेल्टर होम संचालक के लापरवाही जग जाहिर हो गयी। ट्यूजडे को डीपीओ ने चाइल्ड चाइल्ड लाइन इंचार्ज की फटकार लगाई और बच्चों को उनके परिजनों के पास पहुंचाने के निदेर्1श दिये।

आज भेजे जा सकते हैं घर

जीआरपी से विगत ख्9 मई को मिले क्0 वर्ष के राजकुमार पुत्र मुकेश ने काउंसलिंग में बताया कि वह दांवकेली फिरोजाबाद का रहने वाला है और वह ट्रेन में सफर के दौरान मां बाप से बिछड़ गया था, जिसके बाद वह जंक्शन पर रो रहा था। इस दौरान वह जीआरपी के पास पहुंच गया। जीआरपी ने क्0 वर्ष मासूम को विगत भ् जून को चाइल्ड लाइन को सौंपा। काउंसलिंग में उसने अपना नाम छोटू किदवई नगर सी ब्लॉक कानपुर बताया। दोनों मासूमों के बाद एक और दिल्ली के मासूम को जीआरपी ने चाइल्ड लाइन को सौंपा था। तीनों बच्चों के परिजनों का एड्रेस पता चलने के बाद मामला चाइल्ड लाइन और शेल्टर होम इंचार्ज के बीच उलझ गया था। दोनों ही इंचार्ज जिम्मेदारी से अपना पल्ला झाड़ रहे थे, जिसके चलते बच्चों के परिजन शहर आकर चक्कर लगाकर वापस लौट रहे थे।

Posted By: Inextlive