Bareilly : बिजली बिल बकाएदारों को इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट कड़ा 'शॉकÓ देने के मूड में हैं. डिपार्टमेंट ने बड़े बकाएदारों की लिस्ट तैयार कर उनके खिलाफ रिकवरी नोटिस भेजे जाने का काम भी स्टार्ट कर दिया है. अब तक 394 लोगों को रिकवरी नोटिस भेजा जा चुका है. वहीं बाकी लोगों को नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है. ऑफिसर्स की मानें तो टाइम पर बिजली बिल डिपॉजिट नहीं होने से डिपार्टमेंट के इंफ्रास्ट्रक्चर पर असर पड़ रहा है. इसलिए इंफ्रास्ट्रक्टचर को मजबूत बनाने और कंज्यूमर्स को बेटर बिजली सप्लाई करने के मकसद से डिपार्टमेंट बड़े बकाएदारों की कुंडली बनाने में जुट गई है. कार्रवाई करने के लिए कुछ कंज्यूमर्स के खिलाफ रिकवरी नोटिस भेजी भी जा चुकी है.


394 को recovery noticeइलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट ने तहसील के जरिए 394 कंज्यूमर्स को धारा 5 के तहत रिकवरी नोटिस भेजी है। डिपार्टमेंट ने बकाएदारों की लिस्ट तहसील को सौंप दी गई है। जिन कंज्यूमर्स को रिकवरी नोटिस भेजी गई है उन सभी पर कुल मिलाकर करीब 3 करोड़ रुपए बिजली बिल के रूप में बकाया है। इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट से लिस्ट मिलने के बाद तहसील की तरफ से कार्रवाई शुरू कर दी है।पहले भी भेजी थी noticeरिकवरी नोटिस जारी करने से पहले कंज्यूमर्स को एक और नोटिस भेजी गई थी। धारा 3 के तहत भेजी गई नोटिस में डिपार्टमेंट की तरफ से कंज्यूमर्स को एक मंथ का टाइम दिया गया था। बावजूद इसके कंज्यूमर्स ने बकाया बिजली बिल डिपॉजिट नहीं किया। ऑफिसर्स के अकॉर्डिंग रिकवरी नोटिस के दायरे में अभी और कंज्यूमर्स आएंगे। तो 15000 consumers और


ऑफिसर्स की मानें तो अर्बन में 15000 कंज्यूमर्स ऐसे और हैं जिन पर पिछले कई मंथ का बिजली बिल बकाया है। बार-बार नोटिस भेजने जाने के बाद भी इन्होंने बिल जमा नहीं किया है। अब इनके खिलाफ भी रिकवरी नोटिस भेजे जाने की तैयारी चल रही है। बता दें कि पूरे मंडल में यह संख्या एक लाख से भी अधिक है। लिया जाएगा कड़ा एक्शन

एक्सईएन नंदलाल ने बताया कि बिल डिपॉजिट नहीं करने पर कंज्यूमर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है। सरचार्ज पर डेढ़ परसेंट पेनाल्टी के साथ बिजली बिल की वसूली की जाती है। जबकि धारा 5 में रिकवरी नोटिस भेजे जाने के बाद रिकवरी की जाती है। अगर कंज्यूमर्स पैसे डिपॉजिट नहीं करता है तो सजा व कुर्की किए जाने का प्रावधान है। कुछ कंज्यूमर्स की सजा सबकोकुछ कंज्यूमर्स की लापरवाही की सजा लाखों कंज्यूमर्स को भुगतना पड़ रही है। टाइम पर बिजली बिल जमा नहीं होने के चलते छोटी-मोटी प्रॉŽलम्स के लिए भी इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट को कॉर्पोरेशन पर डिपेंड रहना पड़ता है। इलेक्ट्रिक सामान में आने वाली प्रॉŽलम्स पैसे की कमी के चलते टाइम पर सही नहीं हो पाती है। चंद लोगों की गलती की वजह सभी को प्रॉपर बिजली सप्लाई नहीं मिल पाती है।कार्रवाई करने के मूड में departmentबकाएदारों के खिलाफ इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट सख्त कार्रवाई करने के मूड में दिख रहा है। फस्र्ट, सेकेंड और थर्ड तीनों डिवीजन की ओर से बकाएदारों की लिस्ट तैयार की जा रही है। एक्सईएन, एसडीओ और जेई बकाएदारों की लिस्ट तैयार करने में जुट गए हैं। ऑफिसर्स की मानें तो जिन-जिन

कंज्यूमर्स की लिस्ट फाइनल हो रही है, उनको रिकवरी नोटिस भेजने का काम स्टार्ट कर दिया गया है।Domestic के साथ commercial भीरिकवरी नोटिस भेजे जाने वालों में डोमेस्टिक कनेक्शन होल्डर्स के साथ कॉमर्शियल कनेक्शन होल्डर्स भी शामिल हैं। ऑफिसर्स ने बताया कि डोमेस्टिक कनेक्शन के अलावा शॉप, टेलीकॉम कंपनियों के टॉवर सेंटर्स के खिलाफ भी रिकवरी नोटिस भेजी गई है। टॉवर्स सेंटर पर डिपार्टमेंट के 8 से 10 लाख रुपए तक बिजली बिल बकाया है। 'बड़े बकाएदारों के खिलाफ रिकवरी नोटिस भेजी जा चुकी है। बिल बकाया होने से कई तरह की प्रॉŽलम्स सामने आती हैं। अगर डिपार्टमेंट का रेवन्यू बढ़ेगा तो कंज्यूमर्स को भी बेटर सर्विस मिलेगी.'-मनोज पाठक,  एक्सईएन

Posted By: Inextlive