Bareilly: द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स मतलब आईई ने शहर में अपना लोकल सेंटर लॉन्च कर दिया है. यह एक ऑटोनॉमस बॉडी है जो गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की तरफ से चार्टर्ड है. इसके जरिए अपने शहर के इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स और ग्रेजुएट इंजीनियर्स न केवल नेशनल बल्कि इंटरनेशनल लेवल पर कनेक्ट हो सकते हैं. इस बॉडी की अपनी मैगजींस भी पब्लिश होती हैं. इनमें इंडियन इंजीनियर्स के आर्टिकल्स को ग्लोबल प्लेटफॉर्म प्रोवाइड किया जाता है. इससे जुडऩे वाले इंजीनियर्स को 'चार्टर्ड इंजीनियर' कहा जाता है.


India में 100 centersआईई ने हाल ही में प्रेम प्रकाश गुप्ता इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट में अपनी लॉन्चिंग सेरेमनी सेलिब्रेट की है। आईई के पूरे इंडिया में इस समय 100 सेंटर हैं, जिनके थ्रू स्टूडेंट्स करियर बना रहे हैं।Gulf में 5 centersइनमें से 5 सेंटर गल्फ कंट्रीज में हैं। ये कंट्रीज हैं-दुबई, अबुधाबी, तहरीन, कुवैत और कतार। इससे 7 लाख मेंबर जुड़े हुए हैं। इससे जुड़े मेंबर्स गवर्नमेंट के बिहाफ पर नक्शों को इंजीनियरिंग सर्टिफिकेट ईश्यू करने के साथ-साथ इंजीनियरिंग कैपेसिटीज, इंजीनियरिंग फैक्ट्रीज और इंजीनियरिंग डॉक्युमेंट्स ईश्यू करने के लिए ऑथराइज्ड होते हैं।1920 में बनी body


आईई को 1920 में एस्टेब्लिश किया गया था। ब्रिटिश गवर्नमेंट की तरफ से 1935 में इसे रॉयल चार्टर मिला था। जिस समय यह बॉडी बनी थी उस समय इंडिया में इंजीनियरिंग का एकलौता कॉलेज रुड़की में था। यह बॉडी इंडिया में इंजीनियरिंग की पढ़ाई और उसके स्कोप को डेवलप करने के लिए बनाई गई थी।MIE exam

पूरे इंडिया में केवल यही बॉडी है जिसे गवर्नमेंट की तरफ से इंजीनियरिंग का डिस्टेंस लर्निंग कोर्स कंडक्ट कराने की परमिशन मिली है। आईई एसोसिएशन ऑफ मेंबर्स ऑफ इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स मतलब एएमआईई एग्जाम कंडक्ट कराती है। इसके लिए एप्लीकेंट के पास साइंस से क्लास 12 की डिग्री या डिप्लोमा और साथ में जॉब एक्सपीरियंस होना जरूरी है। इन एप्लीकेंट्स को पोस्टल ट्यूशन देकर इंजीनियरिंग के एग्जाम के लिए तैयार किया जाता है। आईई के चेयरमैन केबी अग्रवाल ने बताया कि हर साल करीब 70 हजार स्टूडेंट्स यहां से पास होते हैं।

Posted By: Inextlive