मिडडे मील के दूध का सैंपल फेल
-एफएसडीए ने खदना सूफी टोला के प्राइमरी स्कूल से लिया था सैंपल
-फैट वाला नहीं पानी वाला दूध रहे थे पिला, बीएसए को कार्रवाई के लिए लिखा BAREILLY: मिडडे मील में बच्चों को मिलावटी दूध पिलाया जा रहा है। इस दूध को पीकर बच्चे स्वस्थ हो न हों, लेकिन बीमार जरूर पड़ सकते हैं। मिलावटी दूध का खुलासा एफएसडीए की रिपोर्ट से हुआ, जिसमें दूध का सैंपल फेल पाया गया। सैंपल खदना सूफी टोला प्राइमरी स्कूल से लिया गया था। डेजिग्नेटेड ऑफिसर ममता कुमारी ने बीएसए को रिपोर्ट अटैच कर कार्रवाई करने के लिए ि1लखा है। 13 दिसंबर को लिया सैंपलएफएसडीए के खाद्य सुरक्षा अधिकारी कुंवरपाल सिंह ने 13 दिसंबर 2017 को खदना प्राइमरी स्कूल के मिडडे मील में सप्लाई होने वाले मिश्रित दूध का सैंपल लिया था। दूध का सैंपल वाराणसी लैब जांच के लिए भेजा गया था। 27 दिसंबर 2017 से 2 जनवरी 2018 तक को सैंपल की जांच की गई। जांच में दूध का सैंपल सब स्टैंडर्ड पाया गया।
71 परसेंट फैट आया कमसैंपल की जांच में आया है कि मिल्क फैट 1.3 परसेंट और मिल्क सॉलिड नॉट फैट 5.2 परसेंट आया। लैबोरेट्री से जो रिपोर्ट दी गई है उसके मुताबिक मिल्क फैट 71 परसेंट कम है और मिल्क नॉट फेट 39 परसेंट कम है। जिसकी वजह से सैंपल सब स्टैंडर्ड आया है।
मिडडे मील के दूध का सैंपल फेल हुआ है। सैंपल सब स्टैंडर्ड आया है। बीएसए को रिपोर्ट भेजकर कार्रवाई के लिए लिखा है। ममता कुमारी, डेजिग्नेटेड ऑफिसर शहर के सरकारी स्कूलों में निर्बल राष्ट्रीय उत्थान एनजीओ दूध सप्लाई करता है। एफएसडीए की रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। चंदना राम इकबाल यादव, बीएसए