शिक्षक हत्याकांड

- सरेंडर करने वाले तीनों हत्यारोपितों से पुलिस ने कोर्ट की अनुमति के बाद दर्ज किए बयान

- प्रदीप को ननिहाल में मिली थी जमीन, तीनों ने हत्याकांड में शामिल होने की बात कबूली

बरेली : शिक्षक अवधेश कुमार सिंह की हत्या के बाद सरेंडर करने वाले तीनों हत्यारोपियों के पुलिस ने कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद थर्सडे को जेल में बयान दर्ज किए। तीनों ने शिक्षक की हत्या में शामिल होने की बात कबूली। शिक्षक की हत्यारोपी पत्नी विनता के भाई प्रदीप ने बताया कि हत्या के बाद बचने के लिए उसने ननिहाल में मिली दस बीघे जमीन बेच दी।

जेल में दर्ज किए बयान

शिक्षक के साले प्रदीप, साली ज्योति व हत्यारोपित पत्नी विनीता का प्रेमी अमित सिसौदिया उर्फ अंकित ने बुधवार को कोर्ट में सरेंडर किया था। 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गए तीनों हत्यारोपितों के बयान दर्ज करने की अनुमति के लिए विवेचक इंस्पेक्टर केके वर्मा ने सीजेएम कोर्ट में अर्जी लगाई.प्रभारी सीजेएम हरिश्चंद्र ने अर्जी मंजूर की जिसके बाद बयान को पुलिस जेल पहुंची। पुलिस ने बारी-बारी से प्रदीप, ज्योति व अमित सिसौदिया उर्फ अंकित से पूछताछ की। प्रदीप ने बताया कि हत्याकांड के बाद आगरा के एक युवक ने उससे संपर्क किया। कहा कि बरेली पुलिस के साथ-साथ लखनऊ में शासन स्तर तक उसच्ी अच्छी पहुंच है। बचने के लिए पैसों के इंतजाम की बात कही जिसके बाद हत्यारोपित प्रदीप ने ननिहाल में मिली दस बीघे जमीन बेच दी। जमीन का सौदा भी युवक ने अपने स्तर से कराया.बताया कि उसे अभी तक एक रुपये भी नहीं मिले। इधर, पुलिस का शिकंजा कसता गया। तो युवक भी रफू-चक्कर हो गया। 82 की कार्रवाई शुरू होने पर आखिरकार थक-हारकर तीनों ने सरेंडर किया। तीनों ने साथ-साथ ही फरारी काटने की बात स्वीकारी।

जमीन बेचने पर हत्यारोपित पिता अनिल ने छोड़ दिया साथ

प्रदीप के जमीन बेचे जाने से हत्यारोपित पिता अनिल नाखुश हो गया। नाराजगी इस कदर बढ़ गई कि साथ-साथ फरारी काट रहे सभी फरार हत्यारोपितों से अनिल ने मुंह-मोड़ लिया। साथी भोला गुप्ता के साथ तीनों को छोड़कर वह चला गया। अनिल व भोला के बारे में पूछने पर तीनों ने कोई जानकारी न होने की बात कही।

इंस्पेक्टर के नाम पर ले लिए पांच लाख रुपए

प्रदीप ने बताया कि जिस युवक ने हत्याकांड में बचाने के लिए उसकी जमीन बिकवाई। उसने इज्जतनगर इंस्पेक्टर व मामले के विवेचक केके वर्मा के नाम पर भी पांच लाख रुपये लिए।

हत्याकांड के बाद पूरे एक दिन बरेली रुके थे हत्यारोपित

हत्याकांड को अंजाम देने के बाद फीरोजाबाद से वापस आकर सभी हत्यारोपित बरेली रुके थे। यहां सभी एक अधिवक्ता के संपर्क में सभी रहे लेकिन, उस अधिवक्ता से कोई बात न बनने पर सभी वापस चले गए।

दो महीनों में पांच जनपदों में काटी फरारी

तीनों हत्यारोपितों ने बताया कि फरारी के दौरान वह आगरा, फतेहपुर सीकरी, बदायूं, इलाहाबाद और लखनऊ रहे.इलाहाबाद और लखनऊ में कोर्ट के चक्कर भी काटे।

फेसबुक से अंकित को विनीता से हुआ था प्यार

प्रेमी अमित सिसौदिया उर्फ अंकित ने विनीता से संबंध के बारे में बताया कि दोनों का परिचय एक साल पहले फेसबुक के जरिए हुआ। विनीता एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती थी। उसी के कहने पर मैंने भी कंपनी ज्वाइन कर लीं। इसी समय विनीता के भाई प्रदीप व उसके स्वजनों से संपर्क बढ़ा। बताया कि इसी दौरान विनीता के वह बेहद करीब आ गया। दोनों को प्यार हो गया। प्यार इस कदर परवान चढ़ा कि शिक्षक को रास्ते से हटा दिया।

यह है मामला

12 अक्टूबर को कर्मचारी नगर के रहने वाले शिक्षक अवधेश कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी। मामले में पुलिस ने शिक्षक की मां अन्नपूर्णा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया था। अब तक सुपारी किलर शेर सिंह उर्फ चीकू, पप्पू जाटव, हत्यारोपित पत्नी विनीता, साला प्रदीप, साली ज्योति, प्रेमी अमित सिसौदिया उर्फ अंकित गिरफ्त में आ चुके हैं। विनीता का पिता अनिल व उसका साथी भोला गुप्ता फरार है।

तीनों हत्यारोपितों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। तीनों ने हत्याकांड में शामिल होने की बात कबूली है। अन्य खुलासें भी किए हैं। जांच की जा रही है।

केके वर्मा, विवेचक व इंस्पेक्टर इज्जतनगर

Posted By: Inextlive