Bareilly : बहुत जल्द ही ओवरलोडेड वाहनों को 'वे इन मोशन' तकनीक के जरिए कंट्रोल किया जाएगा. पायलट प्रोजेक्ट के तहत यह सिस्टम पूरे स्टेट में लागू किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत यह सुविधा स्टेट के नेशनल रूट्स पर रहेगी. गवर्नमेंट का ऐसा मानना है कि ओवरलोडेड वाहनों की वजह से रोड एक्सीडेंट की घटनाएं होती हैं. साथ ही रोड्स भी समय से पहले खराब हो जाती हैं.


Running vehicle का होगा वेटपायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत स्टेट के नेशनल रूट्स पर इलेक्ट्रिक सेंसर (लोड सेल) लगाए जाएंगे। इस सेंसर के जरिए वाहनों को बिना रोके ही वेट को मापा जा सकता है। अधिकारियों का कहना है कि अभी जो स्थिति है उसके अकॉर्डिंग सभी वाहनों को रोक कर उसका वेट मापा जाता है जिसमें काफी समय लग जाता है।  तुरंत मिलेगी information
रूट्स पर लगाए गए इलेक्ट्रिक सेंसर से वाहन के वेट की इंफॉर्मेशन सेंट्रल सर्वर के पास अवेलेबल हो जाएगी। इतना ही नहीं रूट्स पर वाहनों की चेकिंग करने वाले इंर्फोसमेंट अधिकारियों को भी इसकी जानकारी तुरंत मिल सकेगी। जिसके आधार पर ओवरलोडेड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकेगी। करीब 4 करोड़ के इस प्रोजेक्ट के जरिए रूट्स पर सेंसर लगाए जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती दौर में सेंसर लगाए जाने का काम टोल पर होगा। उसके बाद इसे अन्य जगहों पर लगाया जाएगा।

Posted By: Inextlive