Bareilly : चोर-पुलिस की ये कहानी आपको कुछ फिल्मी सी लगेगी. चोर जिन सिपाहियों के चंगुल से भागे थे उनमें से एक को उन्हीं सिपाहियों ने धर दबोचा. एक चोर को पहले ही पकड़ा जा चुका था. इंट्रेस्टिंग बात ये है कि दोनों सिपाही फिलहाल सस्पेंड चल रहे हैं. यही नहीं उनकी बर्खास्तगी की तैयारी तक चल रही है. ऐसे में नौकरी बचाने के लिए वे चोर के पीछे-पीछे उत्तराखंड तक चले गए.


कोतवाली में हुई थी FIR17 मई को सुभाषनगर पुलिस के सिपाही मदनपाल व बाबूराम चोर सतीश, गोलू और मनोज को कोर्ट में पेशी के लिए ले गए थे। कोर्ट ने तीनों को जेल भेजने का आदेश जारी किया था। जब सिपाही उन तीनों को जेल ले जा रहे थे, तभी जेल से चंद कदम दूर गोलू व सतीश उनकी कैद से भाग गए थे। एसएसपी ने दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया था। केस को लेकर कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें दोनों चोरों के साथ-साथ सिपाहियों को भी आरोपी बनाया गया था। हालांकि 21 मई को पुलिस ने गोलू को कासगंज से अरेस्ट कर लिया था।

मामा के यहां था
केस की जांच कर रहे कोतवाली एसएसआई संजीव कुमार तोमर ने बताया कि दोनों सिपाहियों को पता चला कि सतीश उत्तराखंड में रामनगर थाने के नई बस्ती गांव में रह रहा है। वह अपने मामा चंद्रपाल व सुभाष के यहां है। दोनों सीधे उसी गांव में पहुंच गए और वेडनसडे को उसे गांव में ही धर दबोचा। रामनगर थाने में उसकी अरेस्टिंग दिखाई गई। थर्सडे देर शाम उसे बरेली कोतवाली में लाया गया। अब पुलिस उससे पूछताछ कर आगे की कार्रवाई करेगी।

Posted By: Inextlive