ठगों से लूट के मामले में पुलिस ने मुख्‍य आरोपी को अरेस्‍ट कर भेजा जेल। अब तक नहीं पता चला तीसरे नामजद सिपाही का नाम।

BAREILLY: गड़ा सोना निकालने के बहाने ठगी करने वालों से पुलिसकर्मियों के जरिए लूट कराने वाले मुनीश शर्मा को ट्यूजडे पुलिस ने गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है। इस मामले में आईजी डीके ठाकुर ने एसपी रूरल को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सिपाहियों के खिलाफ एंटी करप्शन की धाराएं भी एफआईआर में लगाई गई हैं। हालांकि अभी तक तीसरे सिपाही का पता नहीं चल सका है। दो नामजद सिपाही एफआईआर दर्ज होने के बाद फरार हो गए हैं। पुलिसकर्मियों के द्वारा लगातार लूट, रेप, रिश्वत और मारपीट के क्राइम में शामिल होने से विभाग की जमकर किरकिरी हो रही है।

 

सीओ के साथ रहता था सिपाही

ठगों से लूट करने वाले सिपाही की तैनाती भले ही कोतवाली में रही हो, लेकिन वह अधिकतर सीओ सिटी वन कुलदीप कुमार के साथ अटैच रहता था। वह कभी भी वर्दी में ड्यूटी पर नहीं आता था। उसने दाढ़ी भी बढ़ाकर रखी थी, जिससे कोई नहीं कह सकता था कि वह पुलिसकर्मी है। वह इसी तरह के केस पकड़कर लाता था और अगर बना तो केस का खुलासा कर दिया नहीं तो छोड़ने के बहाने रुपए लूट लेता था लेकिन इसके बावजूद भी उसपर कोई एक्शन नहीं लिया गया। इस तरह की लापरवाही पर आईजी डीके ठाकुर ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है।


 

एसओ कैंट की लापरवाही की जांच शुरू

चौबारी में दबिश के दौरान सीओ के साथ हाथापाई में एसओ कैंट के द्वारा लापरवाही बरतने के मामले की जांच शुरू हो गई है। आईजी ने एसएसपी को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि जब सीओ से हाथापाई चल रही थी उस वक्त एसओ नीचे खड़े थे। क्राइम ब्रांच के पूछने पर कहा था कि ऊपर हाथापाई चल रही है। क्राइम ब्रांच की टीम ने ऊपर पहुंचकर लुटेरों को पकड़ा था।


 

दुकानदार की पिटाई दबा गई पुलिस

मीरगंज में चोरी की सूचना देने वाले ही दुकानदार कुंदन की पिटाई के केस को पुलिस दबा गई है। कुंदन भी पुलिस के डर से खुलकर सामने ही नहीं आ रहा है। बता दें कि संडे रात मीरगंज के हुरहुरी में मुकेश रस्तोगी की दुकान में चोर सेंध लगा रहे थे। पड़ोसी दुकानदार ने आहट होने पर चौराहा पर तैनात पुलिसकर्मियों को बताया था तो पुलिसकर्मियों ने उसे थप्पड़ मारकर कमरे में बंद कर दिया था।

Posted By: Inextlive