454 कारोबारियों के सीजीएसटी रजिस्ट्रेशन कैंसिल, 993 को नोटिस
यह भी जानें
-11 लाख जीएसटी रजिस्ट्रेशन देश में सिर्फ फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लेने के लिए तैयार किए गए थे इतनों के रजिस्ट्रेशन कैंसिल -254 कारोबारी डिवीजन फर्स्ट -200 कारोबारी डिवीजन सेकंड इतनों को नोटिस -593 कारोबारी डिवीजन फर्स्ट -400 कारोबारी डिवीजन सेकंड -छह महीने से रिटर्न दाखिल ने करने वालों पर की कार्रवाई -नोटिस का जवाब ने देने पर रजिस्ट्रेशन होंगे कैंसिल बरेली: समय से जीएसटी रिटर्न न भरना कारोबारियों को महंगा पड़ गया। सीजीएसटी डिपार्टमेंट ने छह माह से ज्यादा टाइम बाद भी रिटर्न दाखिल न करने वाले डिवीजन के 454 कारोबारियों के रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिए। साथ ही 993 कारोबारियों को रजिस्ट्रेशन कैंसिलेशन का नोटिस जारी किया गया है। सीजीएसटी डिपार्टमेंट की इस कार्रवाई के बाद से कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है। मौका दिया पर नहीं भरा रिटर्नसीजीएसटी डिपार्टमेंट दो डिविजन में डिवाइड है। फर्स्ट में बरेली और पीलीभीत के शहरी एरिया हैं और डिविजन सेकंड में दोनों जिलों के तहसील एरिया आती हैं। दोनों डिविजन ने छह महीने से रिटर्न दाखिल नहीं करने वाले रजिस्टर्ड कारोबारियों की पहचान कर उनको रिटर्न दाखिल करने का मौका दिया था, लेकिन इसके बाद भी कारोबारियों ने रिटर्न फाइल नहीं किया। जिस पर डिविजन फर्स्ट से 254 और सेकंड से 200 रजिस्ट्रेशन कैंसिल किए हैं।
15 दिन का दिया टाइम
पांच महीने से रिटर्न दाखिल नहीं करने वालों को चिह्नित कर उनको नोटिस जारी किए हैं। डिविजन फर्स्ट ने ऐसे 593 कारोबारियों को नोटिस जारी किए हैं। इसी तरह डिविजन सेकंड ने 400 कारोबारियों को नोटिस जारी किया है। नोटिस का जवाब देने के लिए इन कारोबारियों को 15 दिनों का समय दिया गया है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इनके खिलाफ भी रजिस्ट्रेशन कैंसिलेशन की कार्रवाई होगी। 17,500 कारोबारी हैं रजिस्टर्ड सीजीएसटी के दोनों डिविजन में कुल 17,500 कारोबारी रजिस्टर्ड हैं। डिविजन फर्स्ट में 10,462 और सेकंड में 7000 कारोबारी रजिस्टर्ड हैं। कारोबारियों की यह संख्या घटती-बढ़ती रहती है। अवेयरनेस भी बेअसर जीएसटी डिपार्टमेंट कारोबारियों को जागरूक करने के लिए समय-समय पर सेमिनार और वर्कशॉप आयोजित करता है। इसके साथ ही रिटर्न दाखिल और क्लेम रिफंड के मामले में भी कारोबारियों को लगातार सहूलियतें भी दी जाती हैं। लेकिन ये सारी कोशिशें के बाद भी कई कारोबारियों ने रिटर्न दाखिल नहीं किया है। फर्जी क्लेम को तो नहीं रजिस्ट्रेशनछह महीने से रिटर्न दाखिल नहीं करने वाले जीएसटी खातों पर यह भी अंदेशा लगाया जा रहा है कि यह खाते कहीं न कहीं फर्जी क्लेम लेने के लिए खोले गए होंगे। जानकारी के अनुसार देशभर में 11 लाख जीएसटी रजिस्ट्रेशन सिर्फ फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लेने के लिए तैयार किए गए थे। यहां भी लंबे समय से जिन खातों में रिटर्न दाखिल नहीं हो रहा है उन पर भी गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है।
छह महीने से रिटर्न दाखिल नहीं करने वाले रजिस्टर्ड अकाउंट होल्र्ड्स के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। समय पर जवाब नहीं मिलने या संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर रजिस्ट्रेशन कैंसिल की कार्रवाई होगी। अरविंद कुमार, असिसटेंट कमिश्रन्र, डिविजन फर्स्ट वर्जन जिन खातों में लंबे से रिटर्न दाखिल नहीं होता है उनकी मानीटरिंग होती रहती है। छह महीने से रिटर्न दाखिल नहीं करने वालों का रजिस्ट्रेशन कैंसिल करने की कार्रवाई भी हो रही है। इसकी सूचना हेड क्वार्टर को भी भेजी गई है। एके सिंह, असिसटेंट कमिश्रन्र सीजीएसटी, डिविजन सेकंड