वर्चुअल वल्र्ड में भी उर्स-ए-रजवी की धूम
विदेशों तक पहुंचमरकज न्यूज के नाम से अबतक दर्जनों फेसबुक पेज बन चुके हैं। इनमें मरकज न्यूज ओपन गु्रप, मरकज न्यूज क्लोज गु्रप, मरकज न्यूज बरेली लोकल, मरकज न्यूज कम्युनिटी ग्रुप जैसे पेजेज में अबतक पांच हजार से ज्यादा लाइक्स आ चुके हैं। दरगाह एडमिनिस्ट्रेशन के आईटी सेल का मानना है कि उर्स के पेज को लाइक करने वाले देशों में पाकिस्तान, मिस्र, मॉरीशस, अमेरिका के मुरीदों की संख्या सबसे ज्यादा है। देश के अलग-अलग हिस्सों से भी इस पेज को लाइक किया जा रहा है।Live broadcast
पिछले साल उर्स के मौके पर मोबाइल फोन पर लाइव प्रसारण के दौरान कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। इस बार जायरीनों के लिए बेवसाइट पर उर्स का लाइव बॉडकास्ट किया जा जाएगा। टेक्नोलॉजी में चेंजेज करने वाले दरगाह आईटी सेल पर्सन्स का मानना है कि हैवी वेब साइट की वजह से प्रसारण सुचारू नहीं चल पाता था और लोगों को प्रॉब्लम होती थी।चैटिंग से दूर होगी प्रॉब्लम
फेसबुक ऑन लाइन लाइव प्रोग्राम के दौरान देश के अलावा विदेशों में बैठे आला हजरत के मुरीदों के लिए चैटिंग की सुविधा होगी। आईटी सेल से प्रोग्राम को ब्रॉडकास्ट करने वाले पर्सन्स सभी लोगों से नेटवर्किंग के बीच आने वाली प्रॉलम्स पर फीडबैक लेते रहेंगे। फेसबुक पर प्रोग्राम अपग्रेडेशन का लाभ सबसे अधिक उन लोगों को मिलेगा, जो मोबाइल फोन या फिर अन्य माध्यमों से लाइव प्रसारण सुन रहे होंगे। महिला जायरीन के लिए पहलउर्स-ए-रजवी से महिला जायरीन महरूम ना हो इसके लिए दो साल पहले सज्जादानशीन हजरत मौलाना सुब्हान रजा खां सुबहानी मियां ने फरमान जारी कर महिला जायरीन को उर्स के लिए वैकल्पिक तरीका इजाद करने के लिए कहा गया था। इसके फलस्वरूप बेवसाइट, फेसबुक और लाइव प्रसारण का डिसीजन लिया गया।