बिजली विभाग में धीरे-धीरे झटपट पोर्टल पर कनेक्शनों के आवेदनों की पोल खुलती जा रही है. जिले में 15476 कनेक्शनों के आवेदनों के साथ झटपट पोर्टल पर इस्टीमेट तो अपलोड हुआ लेकिन किसी भी आवेदक ने अब तक एक रुपए भी जमा नहीं किया.


गोरखपुर (ब्यूरो)।पूर्वांचाल वितरण निगम के निदेशक कॉमर्शियल की पोर्टल पर नजर पड़ी तो मामला सामने आया। उन्होंने जोन के 15476 कनेक्शनों के आवेदन पत्र का ब्योरा एकत्र कर जांच के आदेश दिए हैं। आदेश के बाद एसई से सभी एक्सईएन को जांच की जिम्मेदारी दी है। अगर आवेदकों के यहां कनेक्शन जुड़े हैं तो कैसे जुड़े हैं? सच सामने आने के बाद अभियंता और बिजली कर्मचारियों पर भी गाज गिरनी तय है। इसे लेकर विभाग में हड़कंप मच गया है। 29 अप्रैल को जांची रिपोर्ट


निदेशक कॉमर्शियल ईं। राजेंद्र प्रसाद ने जोन के चीफ इंजीनियर को भेजे पत्र में कहा कि झटपट पोर्टल पर बीते 29 अप्रैल-2023 को प्रोगे्रसिव रिपोर्ट पर अनुश्रवण कराने का ज्ञात हुआ है कि जोन में करीब 9203 नए आवेदनों पर फीजिबिलिटी से पूर्व विभाग से लगाई गई क्वैरी का जवाब आवेदकों ने नहीं दिया है। 15476 नए आवेदकों पर टीएफआर व इस्टीमेट अपलोड होने के बाद भी आवेदकों ने एस्टिमेटेड राशि जमा नहीं की है। बिजली चोरी की जताई संभावना

आवेदकों ने फीजिबिलिटी से पूर्व क्योरी का जवाब नहीं देना और फीजिबिलटी के बाद एस्टिमेटेड राशि जमा नहीं किए जाने से बिजली चोरी व अनियमितता प्रतीत हो रही है। यही वजह है कि विभिन्न फीडरों पर विजरण लाइन लॉस बढ़ रहा है। निदेशक को शक है कि इस्टीमेट की रकम जमा किए बिना कनेक्शन जुड़ तो नहीं गए। अगर ऐसा हुआ होता तो उसे बिजली चोरी की श्रेणी में गिना जा सकता है। उन्होंने चिन्हित सभी कनेक्शनों के आवेदकों के परिसर का भौतिक सत्यापन कराने को कहा है। एक्सईएन को कनेक्शन जांचसीई ने इसके बाद सभी एक्सईएन को कनेक्शनों की जांच कराने को कहा है। जांच में यह देखा जाएगा कि आवेदकों के यहां कनेक्शन जुड़े हैं या नहीं। अगर कनेकशन जुड़ गए हैं तो कैसे? अगर ऐसा पाया गया तो प्रथम दृष्टया उसे बिजली चोरी मानते हुए बिजली कंज्यूमर पर कार्रवाही होगी। बाद में कनेक्शन जोडऩे में मददगार अभियंताओं व कर्मचारियों पर गाज गिरेगी। निदेशक कॉमर्शियल के निर्देश पर नए कनेक्शन के आवेदकों की जांच कराई जा रही है। जिनके आवेदन पत्र पर इस्टीमेट अपलोड होने के बाद भी वे पैसा नहीं जमा किए है। जांच रिपोर्ट निदेशक को भेजी जाएगी। इसमे जो भी दोषी मिलेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। - ई। आशु कालिया, मुख्य अभियंता, गोरखपुर जोन

Posted By: Inextlive