रामगढ़ताल एरिया के मनीष मर्डर कांड ने पुलिस महकमे की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़ा किया है। कानपुर एसआईटी मूवमेंट के साथ शनिवार को भी इस घटना की चर्चा शहर में होती रही। पुलिस से लेकर पब्लिक के बीच यह मामला हॉट टॉपिक बना हुआ है। पब्लिक की तरफ से जहां इसमें पुलिस को दोषी बताया जा रहा है। वहीं कुछ पुलिस कर्मचारी जांच के बाद से कुछ बोलने को तैयार हैं। जबकि तमाम पुलिस कर्मचारी पब्लिक के आरोप-प्रत्यारोप से काफी दुखी नजर आ रहे हैं।


गोरखपुर(ब्यूरो)।सोशल मीडिया के कई ग्रुप से जुड़े दरोगा और सिपाही खुद लेफ्ट कर गए। लेकिन यह सच है कि गिनचुने पुलिस कर्मचारियों के खराब व्यवहार का खामियाजा पूरे महकमे को भुगतना पड़ता है। गोरखपुर में पुलिस कर्मचारियों के दुव्र्यवहार के 1174 मामले सामने आ चुके हैं, जिनकी जांच या तो चल रही है। या फिर आरोपित पुलिस कर्मचारियों को क्लीनचिट मिल चुकी है। एडीजी का कहना है कि आरोपित और पूर्व में मुकदमों में जेल गए पुलिस कर्मचारियों सहित अन्य की डिटेल तैयार कराई जा रही है। सबूत ना हो तो बच जाते हैं आरोपित पुलिस कर्मचारी


पब्लिक के साथ खराब व्यवहार करने पर पुलिस अधिकारी कार्रवाई करते हैं। शिकायत सामने आने पर आरोपित पुलिस कर्मचारी अपने बचाव में पीडि़त पर दोष मढ?े लगते हैं। ऐसे में आडियो-वीडियो या अन्य किसी तरह का पुख्ता सबूत न होने पर पुलिस कर्मचारी अपने को आसानी से बचा ले जाते हैं। कभी-कभी पीडि़तों को मैनेज करके ही दरोगा और कांस्टेबल मामले खत्म करा लेते हैं। कभी वाहन चेकिंग तो कभी डीजे बजाने और अन्य तरह की छोटी शिकायतों पर भी पुलिस कर्मचारी तैश में आकर संयम खो देते हैं। ऐसे में पब्लिक के साथ दुव्र्यवहार आम बात हो गई है। 20 महीने में 1174 शिकायतें, अव्वल रहा गोरखपुर

पुलिस के आंकड़ों के अनुसार गोरखपुर में पुलिस कर्मचारियों के खराब व्यवहार की शिकायतें खूब सामने आई हैं। पुलिस रिकॉर्ड में कुल 1442 मामलों में सबसे ज्यादा 1174 शिकायतें गोरखपुर जिले की हैं। इनमें 222 ऐसे प्रकरण हैं जिनमें पुलिस अधिकारी जांच पूरी नहीं कर सके हैं। पुलिस उत्पीड? पर फंदे से झूली युवती 18 जून 2021 को चिलुआताल एरिया की एक युवती ने पुलिस पर उत्पीड? का आरोप लगाकर खुदकुशी की कोशिश की। उसके गंभीर हाल में अस्पताल में एडमिट कराया गया। युवती का कहना है कि था कि पुलिस उसके भाई को बाइक चोरी का मुल्जिम बताकर पूरे परिवार का उत्पीड? कर रही थी। सरेराह भिड़ा दीवान, राहगीर को पीट दिया 20 सितंबर को गोला एरिया में हुई। थाने के दीवान ने कस्बे के युवक को पीट दिया। मामले की शिकायत मिलने पर एसएसपी डॉ। विपिन ताडा ने दीवान को सस्पेंड करके सीओ गोला को जांच दी। इन मामलों में हुई खूब किरकिरी 07 सितंबर 21: खजनी एरिया के महुआ डाबर में तैनात दरोगा अभिजीत कुमार ने एक व्यक्ति को बेवजह पीट दिया। वीडियो वायरल होने पर एसएसपी ने उसे सस्पेंड कर दिया।

07 सितंबर 21: तिवारीपुर के सूर्यकुंड निवासी भाजपा नेता के बेटे को चेकिंग के दौरान दो सिपाहियों ने पीट दिया। इस मामले में मान-मनौव्वल करके पुलिस ने मामला शांत कराया। 21 अगस्त 21: चौरीचौरा एरिया के रेस्टोरेंट में खाना खाने गए युवक को कांस्टेबल ने पीट दिया। वीडियो वायरल होने पर कार्रवाई की गई। पब्लिक के साथ खराब व्यवहार की शिकायत पर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। ऐसे सभी मामलों की जांच रिपोर्ट तलब की गई है। जांच में दोषी पाए जाने वाले कतई बख्शे नहीं जाएंगे। कुछ पुलिस कर्मचारी सीनियर अफसरों को गुमराह करके अपनी बैड एंट्री कटवा लेते हैं। अब ऐसी फाइलों की समीक्षा भी की जाएगी। अखिल कुमार, एडीजी जोन gorakhpur@inext.co.in

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