दर दर भटकने को मजबूर शहर की 70 फीसदी आबादी
-कुल आबादी के 30.4 फीसदी के पास रोजगार के साधन
-रूरल और अर्बन एरियाज दोनों में यही है हालात -अवेयरनेस के बाद बढ़ने लगे हैं रजिस्ट्रेशन के आंकड़े, लेकिन जॉब की कंडीशन जस की तसGORAKHPUR: शहर में जिस तरह से आबादी का आंकड़ा बढ़ रहा है। वैसे ही बेरोजगारों का ग्राफ भी ऊपर पहुंचता जा रहा है। हर साल हजारों स्टूडेंट्स ग्रेजुएशन कंप्लीट कर या तो किसी प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट की ओर रुख कर रहे हैं या रोजगार की तलाश में इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं। शहर में ऐसे लोगों की तादाद, टोटल पॉप्यूलेशन का 69.6 फीसदी है। वहीं, महज 30.4 फीसदी लोग ही ऐसे हैं, जो रोजगार पाने में कामयाब हैं। ऐसा नहीं है कि यह हालात सिर्फ शहर की है, बल्कि गांव में भी यही हालात है और वहां भी करीब 30 फीसदी लोगों के पास ही जॉब है, बाकी या तो नौकरी की तलाश में लगे हैं या उन्होंने इसके लिए गलत रास्ता अपना लिया है और क्राइम के दलदल में डूबते जा रहे हैं।
डराते हैं आंकड़ेबेरोजगारों की लंबी फौज तैयार हो रही है। आंकड़ों पर नजर डालें तो यह आंकड़े काफी डराते हैं। ओवरऑल की बात करें तो जहां 69.6 फीसदी आबादी अब भी बेरोजगार है, इसमें से 55.4 फीसदी मेल आबादी और 84.5 फीसदी फीमेल्स आबादी शामिल हैं। वहीं जिले की जनसंख्या की कुल 30.4 फीसदी आबादी ही ऐसी है, जो किसी न किसी रोजगार में एनगेज हैं। इसमें 44 फीसद मेल और महज 15.5 फीसदी फीमेल्स शामिल हैं। इसमें जॉब होल्डर्स के साथ ही एग्रिकल्चर लेबर और इंडस्ट्रीज में वर्क करने वाले एंप्लाइज भी शामिल हैं।
एंप्लॉयमेंट ऑफिस में बेरोजगारों की भीड़ जिस तरह से गोरखपुर में बेरोजगरों की तादाद बढ़ी है, उस हिसाब से जॉब ऑपच्र्युनिटी नहीं है। हालत यह है कि निकलने वाली एक पोस्ट के लिए हजारों कैंडिडेट्स रजिस्ट्रेशन कराकर पहुंच रहे हैं। ताजा आंकड़ों पर निगाह डालें तो गोरखपुर एंप्लॉयमेंट एक्सचेंज में मंडल के करीब एक लाख 90 हजार बेरोजगारों ने रजिस्ट्रेशन करा रखा है। इसमें सिर्फ गोरखपुर के 84 हजार कैंडिडेट्स शामिल हैं। वहीं, पिछले पांच सालों में 4 हजार 361 कैंडिडेट्स को ही जॉब मिल सकी है। इसमें भी सबसे ज्यादा जॉब 2016-17 में मिली है। टोटल वर्कर्स - टोटल रूरल अर्बन पर्सन - 1351629 1098090 253539 मेल - 1016876 812452 204424फीमेल - 334753 285638 49115
पार्टिसिपेशन रेट टोटल रूरल अर्बन पर्सन - 30.4 30.5 30.3 मेल - 44.6 44.2 46.6 फीमेल - 15.5 16.2 12.4 टोटल नॉन वर्कर्स - टोटल रूरल अर्बन पर्सन - 3089266 2506676 582590 मेल - 1260901 1026274 234627 फीमेल - 1828365 1480402 347963 पार्टिसिपेशन रेट टोटल रूरल अर्बन पर्सन - 69.6 69.5 69.7 मेल - 55.4 55.8 53.4 फीमेल - 84.5 83.8 87.6गोरखपुर मंडल के बेरोजगारों के आंकड़े
गोरखपुर - 84357 देवरिया - 35251 महाराजगंज - 54785 कुशीनगर - 15626 2017 में कुछ यूं हुए रजिस्ट्रेशन - मंथ गोरखपुर देवरिया महाराजगंज कुशीनगर जनवरी 193 111 52 59 फरवरी 255 101 49 46 मार्च 537 151 48 90 अप्रैल 1248 524 326 0मई 1880 616 375 529
जून 11919 1146 1161 1509 ओवरऑल बेरोजगार डाटा - मंथ गोरखपुर देवरिया महाराजगंज कुशीनगर जनवरी 73183 36003 55243 15420 फरवरी 72601 35579 55092 15273 मार्च 72028 35730 54775 14598 अप्रैल 71889 34639 54401 14598 मई 72823 34405 54399 10780 जून 84357 35251 54785 15626 लगाए गए जॉब फेयर - ईयर मेला कंपनीज पार्टिसिपेंट्स सेलेक्शन 2012-13 6 6 3012 908 2013-14 10 10 2021 620 2014-15 12 12 1418 278 2015-16 18 18 3645 1127 2016-17 5 25 3603 1438 (जून तक) नोट - हर तीन साल पर अपना रजिस्ट्रेशन रीन्यू कराना पड़ता है। जो रजिस्ट्रेशन रीन्यू नहीं कराते हैं, उनका नाम खुद ब खुद लिस्ट से हट जाता है। आंकड़े इसी आधार पर हैं। यहां होता है रजिस्ट्रेशन - http://sewayojan.up.nic.in/index.htm वर्जन बेरोजागरों को रोजगार देने की पहल चल रही है। इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की फैसिलिटी मुहैया कराई गई है। वहीं हाल ही में मेगा जॉब फेयर लगाया था, जिसमें बड़ी तादाद में बेरोजगारों को प्राइवेट और सरकारी नौकरियां दिलवाई जाती हैं। - एपी सिंह, रीजनल एंप्लॉयमेंट ऑफिसर