पूर्वी उत्तर प्रदेश बिहार व नेपाल के रोगियों को बड़ी राहत मिलने वाली है. जून के दूसरे पखवारे से 750 बेड का अस्पताल व 60 बेड का आईसीयू संचालित होगा. अभी आईसीयू की सुविधा नहीं है. अस्पताल भी मात्र 300 बेड का संचालित है. एम्स में दो भवनों में अस्पताल का संचालन होगा. 300 बेड का अस्पताल सात दिसंबर 2021 से संचालित है. इसी दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसका लोकार्पण किया था. 450 बेड अस्पताल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. कार्यदायी संस्था ने 15 जून तक इसे एम्स को हस्तांतरित करने का आश्वासन दिया है. 14 ऑपरेशन थियेटर ओटी भी बनकर तैयार हैं. इसके बाद पूरी क्षमता के साथ एम्स का संचालन शुरू हो जाएगा.


गोरखपुर (ब्यूरो).आईसीयू संचालित होने से बड़े ऑपरेशन संभव हो सकेंगे। एनेस्थीसिया मशीन पहले ही आ चुकी है। ऑपरेशन से प्रसव की सुविधा भी उपलब्ध होगी। आईसीयू के लिए पोर्टेबल एक्सरे व अल्ट्रासाउंड मशीन उपलब्ध है। एम्स एक्सरे मशीन भी लगा रहा है। अभी तक ङ्क्षहद लैब के जरिये यह सुविधा रोगियों को मिल रही थी। शीघ्र ही हार्ट, न्यूरो, नेफ्रो व यूरो के डाक्टर भी तैनात कर दिए जाएंगे। इसके बाद सभी तरह के ऑपरेशन होने लगेंगे। रक्त के लिए बीआरडी मेडिकल कालेज व जिला अस्पताल के रक्तकोष से समझौता हो चुका है। छह माह बाद शुरू होगी इमरजेंसीअस्पताल व आईसीयू संचालित होने के बाद भी इमरजेंसी सेवा अभी छह माह बाद शुरू हो पाएगी। इसकी तैयारी चल रही है। अभी केवल ओपीडी में आए रोगी ही भर्ती किए जाएंगे। एम्स के पास 78 चिकित्सक-शिक्षक, 33 सीनियर रेजीडेंट व 50 जूनियर रेजीडेंट हैं। 435 नर्सें हैं।


ऑपरेशन थियेटर का उद्घाटन आज

मीडिया प्रभारी डॉ। शशांक शेखर ने बताया कि स्टरलाइज रूम व 14 ऑपरेशन थियेटर तैयार हैं। इनका उद्घाटन बुधवार को सुबह 11 बजे कार्यकारी निदेशक डा.सुरेखा किशोर करेंगी। शुरुआत में सर्जरी, स्त्री एवं प्रसूति रोग, नाक-कान-गला रोग, हड्डी, दंत व चर्म रोग विभाग का ही ओटी संचालित किया जाएगा। संबंधित डाक्टरों की तैनाती के बाद सभी विभागों के ओटी शुरू कर दिए जाएंगे।

Posted By: Inextlive