अब्दुल कलाम ग्रुप ऑफ एजुकेशन बोर्ड का आगरा में दफ्तर खोलकर पूरे देश में फर्जीवाड़ा का खेल किया जा रहा था. एकेटीयू से मिलते-जुलते नाम की इस संस्था को कोई विधिक मान्यता नहीं थी लेकिन इस संस्था के जरिए यूपी बिहार उत्तराखंड और पंजाब में फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज खोलकर स्टूडेंट का भविष्य अंधकार में डाला जा रहा है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। गोरखपुर एसएसपी द्वारा बनाई गई एसआईटी की जांच में कुल 109 फ्रेंचाइजी की डिटेल आगरा स्थित एनजीओ के ऑफिस से मिली है। एसआईटी की जांच में हुए खुलासे के बारे में शुक्रवार को एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर और सीओ कैंट मानुष पारिक ने विस्तार से बताया। 11 सितंबर को पकड़ा गया सरगनाबता दें, चौरीचौरा के विशम्भरपुर निवासी विजय प्रताप सिंह ने कोर्ट द्वारा 156(3) के तहत चौरीचौरा थाने में जनवरी 2023 में केस दर्ज कराया था, जिसकी जांच के बाद गोरखपुर पुलिस ने 11 सितंबर को गणेश नगर सुचेता थाना शाहगंज जिला आगरा निवासी पंकज पोरवाल को अरेस्ट किया। पूछताछ में पता चला कि आगरा में अब्दुल कलाम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट नाम से एनजीओ खोलकर पैरामेडिकल कॉलेज की फ्रेंचाईजी दे रहा था। साल 2013 में एनजीओ कराया रजिस्टर्ड


शातिर पंकज पोरवाल ने बकायदा आगरा के शाहगंज में अब्दुल कलाम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के नाम से बोर्ड ऑफिस खोल रखा है। इसका रजिस्ट्रेशन साल 2013 में एनसीटी दिल्ली चिटफंड से कराया था, जिसमें 13 पदाधिकारी हैं, जो पंकज के रिश्तेदार और दोस्त हैं। फर्जी कॉलेजों से कराया जाता था यह कोर्स

एएनएम, जीडीए, मेडिकल ड्रेसर, सीएमएस एंड ईडी, डीएमएलटी, डीएमआरटी, एक्स रे। ईसीजी सीएमएलटी, डेंटल नर्सिंग, डेंटल हाइजीनिस्ट, डीओटीटी, डायलिसिस टेक्नीशियन, डिप्लोमा इन हेल्थ सैनिटरी, ऑप्थलमिक असिस्टेंट, डीपीटी, एचडीएचएम।एसआईटी जांच में हुआ खुलासाएसएसपी ने जांच के लिए एएसपी मानुष पारीक के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया। एसआईटी आगरा गई। वहां एनजीओ के दफ्तर में छापा मारा, जिसमे कई हैरान कर देने वाले खुलासे हुए हैं। यूपी के 40 जिलों में फर्जी पैरामेडिकल कॉलेजएसआईटी को आगरा स्थित एनजीओ के आफिस में 109 फ्रेंचाइजी का विवरण मिला है, जो आगरा के एनजीओ से संबंधित हैं। जिसमे 40 फ्रेंचाइजी यूपी में दी गई हैं। सबसे अधिक फ्रेंचाइजी पूर्वांचल के जिलों में दी गई हैं। अकाउंट में 16 लाख किए गए फ्रीजबता दें कि सरगना पंकज वर्तमान में गोरखपुर जेल में है। वहीं, उसकी पत्नी व भाई की गिरफ्तारी को दबिश दी गयी लेकिन वे फरार हो गए। गोरखपुर पुलिस ने पंकज व उसकी पत्नी के 4 अकाउंट में जमा 16 लाख फ्रीज कर दिए। आगरा में कई जगह है संपत्तिजांच में सामने आया है कि आगरा में कई पॉश एरियाज में पंकज पोरवाल की संपत्ति है। टीम ने पंकज की चार जगहों की संपत्ति चिन्हित की है। स्वर्गीय पिता के हस्ताक्षर से जारी होती मार्कशीट

टीम को छापेमारी में विभिन्न कोर्स से संबंधित किताबें भी मिली हैं। बताया जा रहा है कि पंकज किताबें भी छापता था। साथ ही इनके द्वारा संचालित कोर्स में मार्कशीट और प्रमाण पत्र पंकज पोरवाल द्वारा एग्जाम कंट्रोलर के स्थान पर अपने सगे भाई इंद्रवीर पोरवाल और स्वर्गीय पिता सुरेंद्र बाबू गुप्ता के हस्ताक्षर से जारी किया जाता था। इन जिलों में दी पैरामेडिकल कॉलेज की फ्रेंचाइजीकॉलेज संचालक1. जीवन छवि पैरा मेडिकल कॉलेज प्रयागराज - निरंकार त्रिपाठी2. शम्भूनाथ तिवारी कॉलेज ऑफ नर्सिंग अयोध्या - चन्द्रदेव तिवारी3. छत्रपति शिवाजी कॉलेज ऑफ साइन्स एण्ड पैरामेडिकल देवरिया - प्रशान्त कुमार कुशवाहा 4. वंश पैरा मेडिकल कॉलेज फिरोजाबाद- कमल किशोर5. प्रतिभा पैरा मेडिकल एण्ड नर्सिंग कॉलेज ट्रस्ट देवरिया -प्रतिभा सिंह6. जननी पैरा मेडिकल नर्सिंग साइंस कुशीनगर -विजय प्रताप सिंह7. शौम्य साक्य पैरामेडिकल देवरिया- रमाकान्त कुशवाहा 8. मां विन्धवासिनी पैरामेडिकल कॉलेज रानीडिहा गोरखपुर -गिरिजा त्रिपाठी9. अन्नपूर्णानन्द पैरामेडिकल, बलिया -गुप्तेश्वर पाण्डेय10. रुद्रा पैरामेडिकल कॉलेज, वाराणसी- डॉ। पवन साहनी 11. ऑल इंडिया पैरामेडकल, सीतापुर -राजीव विश्वास
12. सतीश चंद्र इन्सीटीट्यूट चांदपुर, शाहजहापुर- मुकेश शुक्ला13. सांन हॉस्पिटल नरियावल अड्डा, बरेली- डॉ। फहीम खान14.वाशु पैरामेडिकल, बुलन्दशहर - रुचि

Posted By: Inextlive