30 करोड़ की अवैध खरीदी, मगध यूनिवर्सिटी के वीसी के ठिकानों पर बिहार विजिलेंस की रेड
गोरखपुर (ब्यूरो)। 30 करोड़ से अधिक की अवैध खरीदी के मामले में राज्य निगरानी विभाग की एसवीयू की 10 सदस्यीय टीम ने प्रो। यादव के तारामंडल स्थित आवास पर रेड की। कोर्ट वारंट के आधार पर प्रो। यादव के निजी आवास पर दिनभर विजिलेंस टीम सर्च करती रही। विजिलेंस अधिकारियों की मानें तो यह कार्रवाई गुरुवार को भी जारी रहेगी। पहले एफआईआर फिर रेडमगध यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो। राजेंद्र प्रसाद यादव के खिलाफ पहले बिहार निगरानी विभाग ने एफआईआर दर्ज की और फिर उनके ठिकानों की तलाशी लेनी शुरू कर दी। बुधवार सुबह 9 बजे कुलपति प्रो। प्रसाद के तारामंडल स्थित निजी आवास पर विजिलेंस टीम एसटीएफ के साथ पहुंची और जांच शुरू कर दी। इसके पहले स्पेशल विजिलेंस कोर्ट ने केस के आधार पर सर्च वारंट जारी कर दिया था।इन पर दर्ज है केस
स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने जो केस (संख्या 2/2021) दर्ज किया है। उसमें मगध यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो। राजेंद्र प्रसाद, निजी सचिव सुबोध कुमार समेत एक और व्यक्ति का नाम है। इसके अलावा पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार जितेंद्र कुमार और अन्य के खिलाफ धारा 120 बी, 420 आईपीसी, पीसी एक्ट 1988 समेत अन्य धाराओं में 16 तारीख को केस दर्ज किया गया था।30 करोड़ से अधिक की अवैध खरीदारी का आरोप
कुलपति प्रो। राजेंद्र प्रसाद के ठिकानों पर कार्रवाई की बड़ी वजह है। उनके ठिकानों पर स्पेशल विजिलेंस यूनिट की तीन टीमों ने छापेमारी की है। इसमें गोरखपुर स्थित पैतृक आवास और बोधगया में 2 ठिकाने शामिल हैं। राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ 30 करोड़ से अधिक की अवैध खरीदारी का आरोप है। ये खरीदारी उन्होंने मगध यूनिवर्सिटी और वीर कुवंर सिंह यूनिवर्सिटी के कुलपति रहते की। बताया जा रहा है कि कुलपति ने अपने रिश्तेदार की एजेंसी से करोड़ों की अवैध खरीदारी की। इस दौरान कुलपति ने निविदा की प्रक्रिया और नियम का घोर उल्लंघन किया। बिहार विजिलेंस टीम को लोकल पुलिस का स्पोर्ट डीएसपी के नेतृत्व में पहुंची स्पेशल विजिलेंस यूनिट की दस सदस्यीय टीम ने रामगढ़ताल एरिया के तारामंडल पंचमुखी हनुमान मंदिर स्थित आजाद नगर निवासी कुलपति प्रो। राजेंद्र प्रसाद के निजी आवास पर रेड मारी। इस दौरान कई अहम दस्तावेज मिले हैं। गोरखपुर यूनिवर्सिटी में रहे वीसी और चीफ प्रॉक्टर
प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी और इलाहाबाद स्टेट विवि प्रयागराज के कुलपति रह चुके हैं। वे रक्षा अध्ययन विषय के आचार्य हैं। साल 2019 में उन्हें बिहार के मगध यूनिवर्सिटी का कुलपति बनाया गया था। इससे पहले वे इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति भी रह चुके हैं। जबकि इससे पहले वे राज्य विश्वविद्यालय के ओएसडी थे। प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद यादव गोरखपुर के रहने वाले हैं। प्रो। राजेंद्र प्रसाद यादव गोरखपुर यूनिवर्सिटी में चार बार चीफ प्रॉक्टर रहे हैं। इसके अलावा वे डीन, रजिस्ट्रार एवं वित्त अधिकारी भी रह चुके हैं। वे कई सारे शैक्षिक एवं अकादमिक पदों पर कार्य कर चुके हैं। कुलपति समेत अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 120-बी, 420 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। कोर्ट वारंट लेकर कुलपति के तीन आवासों पर छापेमारी की जा रही है। साथ ही उनके कार्यालय में भी रेड की गई है। कुछ जगहों से अहम दस्तावेज मिले हैं। मामले की पड़ताल की जा रही है। चंद्रभूषण, डीएसपी और विजिलेंस टीम हेड