- काले हिरणों के परिवार में हैं सात वयस्क व एक शावक

- छह घंटे के सफर के बाद बाड़े में पहुंचा हिरणों का परिवार

GORAKHPUR: शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणि उद्यान (चिडि़याघर) में काले हिरण (ब्लैक बक या कृष्ण मृग) का बाड़ा भी सोमवार को आबाद हो गया। लखनऊ चिडि़याघर से लाए गए सात वयस्क और एक शावक को बाड़े में छोड़ा गया। छह घंटे के सफर के बाद काले हिरणों का परिवार सुबह 10 बजे चिडि़याघर पहुंचा। केंद्रीय चिडि़याघर प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के पालन में इन हिरणों को 21 दिन के लिए क्वारंटीन में रखा गया है। चिडि़याघर के पशु चिकित्सकों की टीम उन पर नजर रख रही है।

सुबह 4 बजे हो गई रवाना

लखनऊ चिडि़याघर के पशु चिकित्सक डॉ। विजेंद्र सिंह के नेतृत्व में गठित टीम सोमवार सुबह चार बजे काले हिरणों को साथ लेकर गोरखपुर के लिए रवाना हुई थी। उनके गोरखपुर आने से पहले ही गोरखपुर चिडि़याघर के निदेशक डॉ। एच राजा मोहन और पशु चिकित्साधिकारी डा। योगेश प्रताप सिंह की देखरेख में सारी तैयारी कर ली गई थी। बाद में उन्हीं की देखरेख में हिरणों को उनके बाड़े में छोड़ा गया। इस दौरान चिडि़याघर के एसडीओ संजय कुमार मल्ल, क्षेत्रीय वन अधिकारी सुनील राव और राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक डीवी सिंह भी मौजूद रहे।

नाश्ते में दिया गया भीगा चना, खाने में बरसीन व सब्जियों का मिश्रण

सुबह चिडि़याघर पहुंचने के बाद काले हिरणों को नाश्ते में भीगा चना दिया गया। बाड़े में छोड़े जाने के बाद खाने में उन्हें हरी बरसीन, फल व सब्जियों का मिश्रण तथा दाना दिया गया। पशु चिकित्साधिकारी डा। योगेश ने बताया कि सभी हिरण पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उन पर नजर रखी जा रही है।

बिश्नोई समाज करता है काले हिरणों की पूजा

राजस्थान के बिश्नोई समाज के लिए काले हिरणों को विशेष महत्व है। इस समाज के लोग इन हिरणों को बेहद पवित्र मानते हैं और इनकी पूजा करते हैं। हिरणों की यह प्रजाति तेजी से लुप्त हो रही वन्यजीवों की प्रजाति में शामिल हैं।

आज आएंगे चार और मगरमच्छ

अभी तक चिडि़याघर में छह मगरमच्छ लाए जा चुके हैं। चार और मगरमच्छ मंगलवार को कानपुर चिडि़याघर से लाए जाएंगे। कानपुर चिडि़याघर की टीम सोमवार देर शाम मगरमच्छों को लेकर गोरखपुर के लिए रवाना हो गई है। मंगलवार को मगरमच्छों के साथ यह टीम गोरखपुर पहुंचेगी।

Posted By: Inextlive