- डीडीयूजीयू एनएसएस की तरफ से 'समर्पण' पत्रिका का संवाद भवन में किया गया विमोचन

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू एनएसएस की तरफ से बुधवार को संवाद भवन में समर्पण पत्रिका का विमोचन किया गया। प्रोग्राम की अध्यक्षता करते हुए डीडीयूजीयू वीसी प्रो। अशोक कुमार ने कहा कि एनएसएस के माध्यम से युवाओं को समाज से जोड़ा जा सकता है। उसके बाद यह विचार करें कि समाज में उनकी क्या भूमिका होगी। इसके लिए जरूरी है कि युवा समाज की समस्या से जुड़े। समाज से जुड़ने पर युवा निष्पक्ष भाव से सेवा के लिए आगे बढ़कर कार्य करता है।

सर्वागीण व्यक्तित्व का निर्माण होता है

इसी क्रम में एनएसएस क्षेत्रीय केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ। अशोक कुमार श्रोती ने बताया कि डीडीयूजीयू की समर्पण पत्रिका इस मामले में अनोखी होगी। जिन स्वयंसेवक व कार्यक्रम के अधिकारी के हाथों में होगी, उन्हें ज्ञात नहीं होगी कि पत्रिका में उनके फोटोग्राफ होंगे। उन्होंने कहा कि एनएसएस 24 घंटे का काम है और 365 दिन जीने का नाम है। यह युग सरकार की नौकरियों की तरफ देखने का समय नहीं है, इसलिए एनएसएस के माध्यम से सर्वागीण व्यक्तित्व का निर्माण किया जाना लक्ष्य है।

मैं कैसी दिख रहीं हूं?

विशिष्ट अतिथि विशेष कार्याधिकारी और राज्य अधिकारी डॉ। अंशुमालि शर्मा ने पत्रिका की विशेषता बताई। उन्होंने कहा कि जब आप अपनी पीढ़ी को यह दिखाएंगे कि पौधरोपण करते हुए कैसा लग रहा हूं? मैं रक्तदान करते समय कैसी दिख रही हूं? पत्रिका में संकलित फोटोग्राफ पचास वर्षो तक संकलित रहती है। विशिष्ट अतिथि के रूप में आई प्रो। मधु कुमार ने कहा कि यह बहुत हर्ष का विषय है कि एनएसएस की पत्रिका समर्पण का विमोचन किया जा रहा है।

वीसी से मिली प्रेरणा

इसी क्रम में कार्यक्रम समन्वयक डॉ। अजय कुमार शुक्ला ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि एनएसएस की गतिविधियों को संकलित करने की प्रेरणा वीसी से प्राप्त हुई। कार्यक्रम में आभार ज्ञापन डॉ। शरद कुमार मिश्रा और कार्यक्रम संचालन डॉ। सुधीर कुमार शुक्ला ने किया। इस मौके पर डॉ। सुधाकर लाल श्रीवास्तव, डॉ। मनोज तिवारी, डॉ। केके यादव, डॉ। संतोष त्रिपाठी, डॉ। शिखा सिंह, डॉ। कनक त्रिपाठी, डॉ। गीता पांडेय, डॉ। सुमन सिंह, डॉ। संतोष सिंह उपस्थित रहे।

Posted By: Inextlive