- अपडेट नहीं हो रही सूचना, ठप पड़ी जानकारी

- बीआरडी की ऑनलाइन सूचना लेने में छूट रहे पसीने

GORAKHPUR : बीआरडी मेडिकल कॉलेज की वेबसाइट बीमार हो गई है। बीमारी का आलम ये है कि साइट अपने कॉलेज के प्रिंसिपल का नाम भी गलत बताती है। इसके अलावा तमाम जानकारियां भी गलत दी हुई हैं। यह हाल तब है जब हर जगह अपनी ऑनलाइन प्रजेंस को और बेहतर करने की मुहिम चल रही है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज की वेबसाइट को चलाने के लिए कोई टीम ही नहीं है। ऐसे में वेबसाइट का मर्ज बढ़ता ही जा रहा है।

अपडेट न होने से बेकार हुई साइट

बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज पूर्वाचल एक मात्र उच्च चिकित्सा शिक्षा संस्थान है। एमबीबीएस की पढ़ाई होने से यहां के बारे में लोग ज्यादा से ज्यादा जानकारी पाना चाहते हैं। मेडिकल कॉलेज की बेवसाइट ही एकमात्र सहारा है जो आनलाइन सूचनाएं दे सके, लेकिन मेडिकल कॉलेज की वेबसाइट कोमा में चली गई है। वेबसाइट अपडेट न होने से प्रिंसिपल केपी कुशवाहा बने हुए हैं जबकि एक जुलाई को नये प्रिंसिपल के रूप में डॉ। सुनील आर्या को खुद डॉ। केपी कुशवाहा ने कार्यभार ग्रहण कराया। नेहरू चिकित्सालय के डॉक्टर्स के तबादले होने की जानकारी भी अपडेट नहीं की गई। ट्रांसफर के बावजूद डॉक्टर एके श्रीवास्तव वेबसाइट पर बने हैं। साइट के मुताबिक नेहरू चिकित्सालय के एसआईसी डॉ। पीएन श्रीवास्तव हैं।

ये मिलती है इंफॉर्मेशन

- बीआरडी मेडिकल कॉलेज की पूरी जानकारी

- बाबा राघवदास के बारे में जानकारी

- फैकल्टीज

- फैसिलिटीज

- नेहरू हास्पिटल

- एडमिनिस्ट्रेशन और उनके रोल्स

- ऑफिसर्स और कर्मचारी, उनके विभाग

- ओपीडी डिटेल्स

- डिपार्टमेंट, कोर्सेज और सिलेबस

डॉक्टर कर रहे थे अपडेट

मेडिकल कांउसिंल ऑफ इंडिया के नियमानुसार मेडिकल कॉलेज की वेबसाइट अनिवार्य है। एमसीआई को भेजी जाने वाली सूचना हो या फिर डायरेक्टर जनरल ऑफ मेडिकल एजुकेशन को दी जाने वाली जानकारी, लगभग हर जानकारी को वेबसाइट पर अपडेट किया जाना जरूरी है। वर्ष 2009 में बीआरडी की वेबसाइट डेवलप हुई। पटना की एक कंपनी ने इसको डिजायन किया। वेबसाइट को चलाने के लिए अलग से कोई बजट निर्धारित नहीं है। न ही इसके लिए अलग से किसी मैनपावर का इंतजाम किया गया। इसे अपडेट करने की जिम्मेदारी फिजियालॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ। विनय सिंह उठाई। निजी संसाधनों की बदौलत डॉक्टर विनय अपने सहयोगियों की मदद से सूचनाएं अपडेट करते हैं। अलग से विभाग, कर्मचारी और संसाधन न होने से प्रॉब्लम आती हैं।

एक नजर में

रजिस्टर्ड - 22 दिसंबर 2009

लाइसेंस एक्सपायर- 22 दिसंबर 2015

लास्ट अपडेट- 24 मई 2015

लास्ट मंथ विजिटर्स- 942,939

वेबसाइट चलाने लिए अलग से कोई संसाधन मुहैया नही है। व्यक्तिगत प्रयास से वेबसाइट चल रही है। फिजियालॉजी विभाग के एचओडी डॉ। विनय सिंह सूचनाएं अपडेट करते हैं। डॉ। विनय के कुशल निर्देशन में अलग से टीम बनाकर वेबसाइट को दुरुस्त करने का इंतजाम करेंगे।

डॉ। सुनील आर्या, प्रिंसिपल

वेबसाइट के लिए कोई सुविधा फिलहाल नहीं मिल रही। व्यक्तिगत तौर पर इसको संचालित किया जा रहा है। मेरे समर वेकेशन पर होने से सूचनाएं अपडेट नहीं हो सकीं।

डॉ। विनय सिंह, एचओडी, फिजियालॉजी विभाग

Posted By: Inextlive