- चरगांवा स्थित आईटीआई कॉलेज से संबद्ध कॉलेज में बंद लैब जल्द होंगे चालू

- चौरीचौरा और बांसगांव में बनाए जा रहे हैं नए आईटीआई कॉलेज

GORAKHPUR: बंद पड़े लैब के चलते परेशान रहने वाले आईटीआई स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी है। पिछले कई वर्षो से बंद पड़े लैब चालू किए जाने वाले हैं। साथ ही प्रैक्टिकल के लिए न्यू इंस्ट्रूमेंट्स भी लगाए जाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए आईटीआई चरगांवा नोडल सेंटर के प्रभारी ने कवायद भी शुरू कर दी है।

कई काम अब भी अधूरे

आईटीआई चरगांवा नोडल सेंटर से कुल आठ आईटीआई कॉलेज संबद्ध हैं। इनमें खजनी, कैंपियरगंज, चरगांवा, रेलवे कॉलोनी और विश्व बैंक महिला कॉलेज में पहले से लैब की सुविधा है। इन कॉलेजेज में पुराने इंस्ट्रूमेंट्स पर ही प्रैक्टिकल कराए जाते हैं। जबकि बड़हलगंज के आईटीआई कॉलेजेज में अब तक लैब की व्यवस्था नहीं थी। इसे देखते हुए शासन ने यहां नई लैब बनवाने का फैसला लिया। पर अफसोस विभागीय जिम्मेदारों के उदासीन रवैये के चलते अब तक लैब की बिल्डिंग का काम पूरा नहीं हो सका है। जबकि इसे सत्र 2016-17 शुरू होने से पहले ही पूरा किया जाना था। वहीं चौरीचौरा और बांसगांव में न्यू आईटीआई कॉलेज करोड़ों की लागत से बनकर तैयार है, लेकिन अभी तक यहां की लैब्स के लिए इंस्ट्रूमेंट्स नहीं खरीदे जा सके हैं। नोडल अधिकारी की मानें तो जल्द ही चौरीचौरा और बांसगांव के आईटीआई कॉलेज का निर्माण कार्य पूरा करा लिया जाएगा।

अपडेट लैब का मिलेगा फायदा

इसके अलावा आईटीआई कॉलेज खजनी व कैंपियरगंज के पुराने लैब को अपडेट किए जाने का फरमान भी जारी किया गया है। जल्द ही यहां की लैब्स को पूरी तरह अपडेट कर दिया जाएगा ताकि मॉर्डन टेक्नोलॉजी पर आधारित प्रैक्टिकल्स कराए जा सकें।

30 लाख की आईटी लैब

आईटीआई चरगांवा सेंटर के प्रिंसिपल राजेश राम ने बताया कि फिलहाल यहां के स्टूडेंट्स को आईटी लैब की सुविधा मिल सके, इसके लिए प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूरी कोशिश है कि 30 लाख की लागत से बन रही आईटी लैब का निर्माण जल्द से जल्द पूरा करा लिया जाए।

ये हैं गोरखपुर जनपद के राजकीय आईटीआई कॉलेज

आईटीआई कॉलेज, खजनी

आईटीआई कॉलेज, कैंपियरगंज

आईटीआई कॉलेज, चरगांवा

आईटीआई कॉलेज, रेलवे कॉलोनी

विश्व बैंक महिला आईटीआई कॉलेज, गोरखपुर

आईटीआई कॉलेज, बड़हलगंज

आईटीआई कॉलेज, चौरीचौरा

आईटीआई कॉलज, बांसगांव

इन ट्रेड के स्टूडेंट्स को मिलेगा लाभ

- फीटर

- टर्नर

- मशीनरी

- वायरमैन

- मोटर मैकेनिक

- डीजल मैकेनिक

- ट्रैक्टर मैकेनिक

- कटिंग टेलरिंग

वर्जन

बड़हलगंज में लैब बनाए जाने का काम चल रहा है। जबकि चौरीचौरा और बांसगांव में नए कॉलेज बन गए हैं। वहीं, लैब अपडेट करने का काम भी शुरू करा दिया गया है।

- राजेश राम,

प्रिंसिपल, आईटीआई कॉलेज, चरगांवा

Posted By: Inextlive