साइबर क्राइम के चपेट में आए दिन बच्चों के साथ ही गार्जियन भी आ रहे हैं. बहुत से लोग तो कम्प्लेन दर्ज कराने जाते हैं कई ऐसे लोग भी हैं जो लोक-लाज के डर से शिकायत ही दर्ज नहीं कराते हैं.


गोरखपुर (ब्यूरो)।वहीं दूसरी तरफ साइबर जालसाजी का तरीका अभी लोग समझ ही पाते हैं कि वे अपना आईडिया ही चेंज कर देते हैं। फिर नई तरकीब के साथ वे लोगों को अपने शिकंजे में लेकर ठगी करते हैं। हाल-फिलहाल में जालसाजों ने ठगी के नए तरीके अपनाए हैं। शॉर्ट टाइम लोन के नाम पर ठगीप्ले स्टोर पर कई एप ऐसे हैं, जो शॉट टाइम लोन दे रहे हैं। इसमे बकायदा वीडियो कॉल से एक दूसरे से बात होती है। इसके बाद पांच से दस हजार लोन भी दिया जाता है। लोन अदा करने के बाद जालसाज वीडियो फुटेज के आधार पर जाल में फंसे लोगों को ब्लैकमेल कर रहे हैं। शीशा साफ करते ही फास्ट टैग से पार दे रहे पैसे


साइबर ठगी करने वाले इस समय एक और नायाब तरीका निकाले हुए हैं। जालसाज जिन गाडिय़ों में फास्ट टैग लगा है, उनका शीशा कपड़े से साफ करके कार के शीशे पर लगे फास्ट टैग से पैसे उड़ा दे रहे हैं। इसलिए लोगों को सावधान होने की जरूरत है। इन तरीकों से हो रही साइबर ठगी- बच्चों का सोशल मीडिया हैंडल हैक कर मांगते हैं पैसा।- सोशल मीडिया पर बच्चों से दोस्ती कर जालसाजी।- बिजली बिल बकाया के नाम पर भेज रहे मोबाइल पर मैसेज

- शॉर्ट टाइम लोन के लिए एप डाउन लोड कराकर हो रही ठगी- जॉब के लिए ऑफर लेटर भेजकर मांग रहे पैसे- गल्र्स को एयर होस्टेस बनाने के लिए गल्र्स का फिटनेस चेक कर उनकी फोटो बना कर रहे ब्लैकमेल- वॉट्सएप और फेसबुक पर दोस्ती कर वीडियो कॉल करके ब्लैकमेंलिंग- लोन दिलाने के नाम एप डाउन लोड कराकर ठगी- रिमोर्ट कंट्रोल एप डाउनलोड कराकर ठगी- फर्जी शादी डॉट कॉम वेबसाइट बनाकर ठगीठगी का शिकार होने पर यहां करें कम्प्लेनहेल्पलाइन नंबर - 1930वेबसाइट पर करें शिकायत- cybercrime.gov.inसोशल मीडिया पर साइबर जालसाज हमेशा नए आईडियाज से फ्रॉड करते हैं। ऐेसे में बच्चे ही नहीं बड़े लोगों को भी होशियारी के साथ ही सोशल मीडिया पर कदम आगे बढ़ाना चाहिए। अंजान लोगों से दोस्ती करने से बचना चाहिए। - इंदुप्रभा सिंह, एसपी क्राइम

Posted By: Inextlive