- गोरखपुर जंक्शन पर वाईएल सीरीज का डीजल लोकोमोटिव इंजन हुआ इंस्टॉल, जीएम ने किया इनॉगरेशन

- इसके अलावा डोमिनगढ़ स्टेशन पर वेटिंग हॉल और अनरिज‌र्व्ड टिकट काउंटर की भी हुई शुरुआत

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : धरोहरों को संजोने में रेलवे लगातार कदम बढ़ाए जा रहा है। गोरखपुर जंक्शन पर वाईएल सीरीज का डीजल इंजन को हेरिटेज के तौर पर इंस्टॉल करने के बाद अब रेलवे ने मीटर गेज पर दौड़ने वाले डीजल इंजन को यादों के तौर पर संजोए रखने के लिए चुना है। जंक्शन पर इंस्टॉलेशन के बाद मंडे को वाईडीएम 4 सीरीज के मीटर गेज इंजन का फलक अनावरण एनई रेलवे के जीएम राजीव मिश्र के हाथों किया गया। इस इंजन को यादगार के तौर पर व‌र्ल्ड के लांगेस्ट प्लेटफॉर्म का दर्जा पा चुके गोरखपुर जंक्शन पर इंस्टॉल करने के लिए चुना गया है।

18 लाख से तैयार हुआ था डीजल इंजन

सीपीआरओ आलोक कुमार सिंह ने बताया कि वाईडीएम 4 कैटेगरी का डीजल इंजन डीजल रेल वर्कशॉप, वाराणसी में हुआ था। इसको सन 1973 में बनाया गया था। इसको बनाने में 18 लाख 8 हजार रुपए खर्च आया था। उन्होंने बताया कि इस इंजन को 1968 से 1990 तक मीटर गेज लाइन यूज के लिए किया गया। गोरखपुर में इंस्टॉल हुआ इंजन 36 साल यूज के बाद सन 2009 में चलन से बाहर हो गया।

पैसेंजर्स को मिला तोहफा

सूरजकुंड, इलाहीबाग, बड़ेकाजीपुर, बहरामपुर और आसपास के रहने वाले पैसेंजर्स को रेलवे की ओर से कई तोहफे मिले हैं। जीएम राजीव मिश्र ने डोमिनगढ़ में यूटीएस सिस्टम का शुभारंभ किया। इसके साथ ही उन्होंने मेल-फीमेल वेटिंग रूम, वीआईपी लाउंज का इनॉगरेशन फीता काटकर किया। यूटीएस काउंटर ओपन होने के बाद अब पैसेंजर्स को अनरिज‌र्व्ड टिकट के लिए भी गोरखपुर जंक्शन की तरफ नहीं आना पड़ेगा। डोमिनगढ़ स्टेशन पर रेलवे अपना एंप्लाई न रखकर स्टेशन टिकट बुकिंग सेवक (एसटीबीएस) के थ्रू बुकिंग कराएगा। इससे पहले डोमिनगढ़ स्टेशन पर कुछ पैसेंजर्स ट्रेंस के लिए टिकट मिल जाता था। जिनकी जिम्मेदारी हॉल्ट कान्टै्रक्टर्स की थी। वह प्रिंटेड कार्ड टिकट प्रोवाइड करते थे।

Posted By: Inextlive