- जीडीए वीसी ने आई नेक्स्ट की खबर का लिया संज्ञान

- खबर छपने के 36 घंटे बाद ही कमल निकालने का शुरू हो गया कार्य

GORAKHPUR: आई नेक्स्ट का 'क्यों बदहाल है रामगढ़ताल' कैंपेन ने रंग ला ही दिया। जलकुंभी के बाद रामगढ़ताल में अवैध रूप से कब्जा कर कमल की फसल को भी हटाने का कार्य जीडीए ने शुरू कर दिया है। वहीं, रामगढ़ताल के बढ़ते टैंपरेचर और नालों के गंदे पानी को रोकने की योजना भी जल निगम बना रहा है। एक से दो माह में कूड़ाघाट की तरफ के खुले नाले बंद हो जाएंगे और आरकेबीके पुल के पास फाइबर का गेट लगाकर गोडधोइया नाले का पानी रोक दिया जाएगा।

जीडीए के संपत्ति अधिकारी की देखरेख में हटेगा कमल

आई नेक्स्ट की खबर का जीडीए वीसी डीएस उपाध्याय ने संज्ञान लिया और तत्काल कमल हटाने की जिम्मेदारी संपत्ति अधिकारी इंद्रजीत सिंह को दे दी। इंद्रजीत सिंह ने बताया कि रामगढ़ताल इस समय पूरी तरह से जल निगम के अधीन है, इसलिए जल निगम को पत्र लिखकर कमल लगाने के बारे में जानकारी मांगी गई है और कमल निकालने के लिए निर्देश भी दिए गए हैं। वहीं, जल निगम की तरफ से जलकुंभी निकालने वाली टीम को दो भाग में बांट कर एक टीम को कमल निकालने में लगाया गया है। जल निगम के अधिकारी भी रामगढ़ताल में कमल लगाने वालों की तलाश कर रहे हैं।

ताल में लगेंगे आर्टिफिशियल सर्कुलेटर

आई नेक्स्ट ने अपने कैंपेन की शुरुआत ही रामगढ़ताल के बढ़ते तापमान से किया था। इस खबर में यूनिवर्सिटी की तीन ग‌र्ल्स ने एक संयुक्त रूप से रिपोर्ट तैयार की थी। रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए थे, जिसमें सबसे अधिक चिंता वाली बात थी रामगढ़ताल के बढ़ते तापमान के कारण ऑक्सीजन में आ रही कमी। इसका असर ताल के जलीय जीव पर पड़ रहा था। रामगढ़ताल के प्रोजेक्ट मैनेजर आरएस सिंह का कहना है कि रामगढ़ताल में विदेश से आर्टिफिशियल सर्कुलेटर मंगाया जा रहा है। यह देश का पहला ऐसा ताल होगा, जिसमें सर्कुलेटर लगेगा। ताल में यह पांच जगह लगाया जाएगा, जो रामगढ़ताल के पानी में गति पैदा करेगा और नीचे का पानी ऊपर आएगा। सबसे अधिक फायदा यह होगा कि रामगढ़ताल के पानी में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी और जब पानी में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन रहेगा। वहीं, दिव्यनगर, भैरोपुर से एक नाला महादेवपुरम होते ही महेरवा की बारी के पास रामगढ़ताल में गिरता है। इस नाले को रोकने के लिए जल निगम ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। लगभग 4.37करोड़ की लागत से बनने वाला यह नाला दिव्यनगर, भैरोपुर, कूड़ाघाट आंशिक और महादेवपुरम का गंदा पानी आरकेबीके पास बने एसटीपी के पास ले जाकर गिराएगा। इससे पानी साफ होकर रामगढ़ताल में जाएगी।

वर्जन

आई नेक्स्ट ने बहुत ही गंभीर मुद्दा उठाया है। रामगढ़ताल में यह कमल अवैध रूप से लगा है। इसको तत्काल हटाया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी संपत्ति अधिकारी को देने के साथ ही साथ परियोजना के कार्यदायी संस्था जल निगम को पत्र लिखकर जानकारी मांगी गई है।

डीएस उपाध्याय, वीसी, जीडीए

Posted By: Inextlive