Gorakhpur : गूगल सर से तो आप सभी वाकिफ हैं बस एक क्लिक में ही इनके पास सभी सवालों का जवाब मौजूद रहता है. गूगल की इसी खासियत की वजह से उसकी मेल सर्विस यानि कि 'जीमेल' न सिर्फ लोगों के बीच फेमस हो चुका है बल्कि मैक्सिमम लोग इसे यूज कर रहे हैं. जीमेल ने लगातार बढ़ती यूजर्स की तादाद को देखते हुए सालों पहले जावा एप्लीकेशन भी लांच की थी मगर लंबे साथ के बाद अब जीमेल जावा से रूठ गया है. जावा के पास इसको मनाने के लिए कोई ऑप्शन मौजूद नहीं है. इसलिए 31 दिसंबर को जावा से जीमेल हमेशा के लिए जुदा हो जाएगा.


जावा फोन्स पर नहीं चलेगी जीमेल एप्लीकेशनहाईटेक एरा में लगातार नई टेक्नोलॉजी इंट्रोड्यूस हो रही है। मोबाइल पर इन दिनों एंड्रॉयड और विंडोज ने पूरा कब्जा कर रखा है। इनकी वजह से लंबे वक्त से चली आ रही जावा की बादशाहत खत्म हो चुकी है। डूबते सूरज को कोई नहीं पूछता, जबकि उगते सूरज को सभी सलाम करते हैं। इस कहावत को हकीकत में बदलते हुए गूगल ने भी हवा के साथ खुद को मोड़ लिया है। उसने भी जावा से रिश्ता तोड़ दिया है। अब किसी भी जावा इनेबल्ड मोबाइल पर जीमेल की एप्लीकेशन वर्क नहीं करेगी। गूगल ने जारी किया नोटिफिकेशन


जावा से टूटते हुए इस रिश्ते की खबर जीमेल ने अपने यूजर्स को भी देनी शुरू कर दी है। जीमेल पर मिले मैसेज में यह बात साफ लिखी है कि दो साल पहले एक रिपोर्ट में गूगल के सामने यह बात आई थी कि जीमेल एप जावा इनेबल्ड डिवाइस पर वर्क नहीं कर रही है। इसमें ब्लैकबेरी की प्रिवियस जनरेशन भी शामिल थी। इसको देखते हुए अब गूगल ने जावा डिवाइसेज पर जीमेल एप्लीकेशन को बंद करने का डिसीजन लिया है। किसी भी जावा इनेबल्ड मोबाइल पर 31 दिसंबर के बाद न तो ईमेल भेजा जा सकेगा और न ही रिसीव किया जा सकेगा।

वेब ब्राउजर पार लगा सकते हैं नैयाअगर आप भी जावा मोबाइल फोन यूजर हैं तो आपके पास जीमेल एक्सेस करने के सिर्फ दो ऑप्शन हैं। अपने मोबाइल पर जीमेल एप्लीकेशन यूज करने वाले यूजर्स अब वेब ब्राउजर के थ्रू ही जीमेल एक्सेस कर सकेंगे। अगर उनके मोबाइल में प्रेजेंट वेब ब्राउजर ने सपोर्ट कर दिया, तब तो आप उस पर्टिकुलर ब्राउजर में अपना जीमेल अकाउंट ओपन कर सकेंगे। अगर ऐसा नहीं है तो आपके पास दूसरा मोबाइल परचेज करने के अलावा कोई और ऑप्शन नहीं है। सभी कंपनीज के मोबाइल शामिलजावा इनेबल्ड सेट्स की बात करें तो शायद ही कोई ऐसा ब्रांड हो, जिसमें जावा इनेबल्ड एप्लीकेशन न हो। फिर चाहे वह अपने वक्त के बादशाह नोकिया हो या फिर मौजूदा वक्त में राज कर रहा सैमसंग, चाहे सोनी एरिक्सन हो या फिर एलजी। लोकल ब्रांड की बात करें तो माइक्रोमैक्स, कार्बन और स्पाइस जैेसे ब्रांड में भी जावा बेस्ड जीमेल एप्लीकेशन वर्क करती थी, मगर अब सिर्फ एंड्रायड और विंडोज में ही यह एप्लीकेशन वर्क करेगी। सभी ब्रांड के हैंडसेट्स जावा सपोर्ट करते हैं। 31 दिसंबर के बाद ऐसे तमाम हैंडसेट्स में जीमेल एप्लीकेशन वर्क नहीं करेगी।

Posted By: Inextlive