GORAKHPUR : हर त्योहार के पहले सिटी में चाक चौबंद व्यवस्था करने का दावा जीएमसी करता है लेकिन त्योहार खत्म होने के बाद जीएमसी की तैयारियां परवान चढ़ती हैं. कुछ ऐसी ही हालत मकर संक्रांति में नजर आ रही है. सिर्फ सड़कों की मरम्मत के लिए एक करोड़ 20 लाख का बजट तय किया गया था. मेयर ने कहा कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


गोरखनाथ से जुडऩे वाली सड़कों पर होना था कामजीएमसी कर्मचारियों ने बताया कि खिचड़ी मेले में हजारों श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। इसलिए जीएमसी ने फैसला किया था मेले में व्यवस्था के साथ पास पड़ोस के मोहल्लों, सड़कों को दुरुस्त किया जाएगा। इनमें बरगदवां बाईपास, कौडि़हवा मोड़ से गोरखनाथ मंदिर के पीछे से होते हुए सूर्यकुंड, अंधियारीबाग, रामनगर चौराहे से गोरखनाथ, रेलवे स्टेशन से लेकर गोरखनाथ मंदिर तक करीब एक दर्जन सड़कों पर काम होना था। वहीं अफसरों ने दावा किया कि काम पूरा करा लिया गया है। पब्लिक खा रही हिचकोले, लग रहा झटका


गोरखनाथ मेला परिसर, गोरखनाथ मेन रोड को भले दुरुस्त कराया गया, लेकिन अन्य सड़कों पर काम कराने में भारी कोताही बरती गई है। अभी भी सड़कों पर गड्ढे नजर आ रहे हैं। सड़कों की खराब हालत से पब्लिक को प्रॉब्लम हो रही है। लग्जरी व्हीकल्स में भी झटके लग रहे हैं। धर्मशाला चौराहे पर ही जीएमसी की पोल खुल जा रही है। अन्य जगहों पर कोरम नजर आ रहा है। जीएमसी के इंजीनियर्स का कहना है कि जो सड़क गड़बड़ नजर आ रही है। वे पीडब्ल्यूडी की हैं। हालांकि मेला तैयारी की मीटिंग में सभी विभागों के अफसरों को व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया था।

इस लापरवाही के खिलाफ कार्रवाई होगी। मैं इसके बारे में जवाब तलब करुंगी। मौके का निरीक्षण किया जाएगा, ताकि असलियत सामने आ सके। डॉ। सत्या पांडेय, मेयर

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