- इमरजेंसी, मेल-फीमेल आदि वार्डो में मरीजों को नहीं मिल रहा बेड

- बुधवार की दोपहर से भर्ती मरीजों को बढ़ी तादाद

GORAKHPUR: बारिश के बाद तल्ख हुए मौसम में जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ा दी है। इसके चलते जिला अस्पताल के बेड फुल हो गए हैं। बुधवार दोपहर 12 बजे ऐसी हालत हो गई कि बेड न होने के चलते भर्ती होने लायक मरीजों को वापस करना पड़ा। पिछले कई दिनों से जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है। जिला अस्पताल में करीब 1500 की ओपीडी इधर एक सप्ताह से 2200 के औसत पर जा पहुंची है। पिछले सोमवार से इधर बीते दस दिन के आंकड़े बताते हैं कि अचानक जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या करीब डेढ़ गुना हो गई है।

लगातार बढ़ता रहा आंकड़ा

सोमवार को ओपीडी में 2000 मरीज आए थे। मंगलवार को यह आंकड़ा 2100 के पार चला गया। बुधवार को 2200 मरीज ओपीडी में पहुंचे। गुरुवार, शुक्रवार को भी औसत यही रही। शनिवार को मरीजों की संख्या थोड़ी कम होकर 1800 के करीब रही, लेकिन सोमवार से फिर मरीजों की संख्या 2000 के पार पहुंच गई। मंगलवार को 2100 के करीब मरीज अस्पताल पहुंचे। बुधवार को भी ओपीडी फुल रही। अस्पताल में तिल रखने की जगह नहीं थी। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लंगी लाइन खिड़की बंद होने तक बनी रही। दूसरी ओर गंभीर मरीज सीधे इमरजेंसी में भी पहुंचते रहे। ओपीडी से लेकर इमरजेंसी तक से 12 बजे तक ही मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया। इसके बाद बेड फुल होने की जानकारी देकर मरीजों से भर्ती करने में असमर्थता जता दी गई।

ऐसा तो नहीं होना चाहिए कि मरीजों को लौटाया जाए। मामला संज्ञान में नहीं था। संज्ञान में आया है तो पता कराएंगे। कोई न कोई वैकल्पिक व्यवस्था कराकर मरीज का इलाज करना अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी है। मरीजों को वापस करना बेहद गंभीर मामला है।

डॉ। आरके गुप्ता, एसआईसी जिला अस्पताल

Posted By: Inextlive