वजीराबाद के रहने वाले दानिश बैैंग्लोर से गोरखपुर आए. उन्हें 28 दिसंबर को बुखार होने पर तिलक पैथोलोजी में कोरोना की जांच करवाई. वहां पर पॉजिटिव पाए गए होम आईसोलेशन में रहते हुए वह डॉक्टर के संपर्क में इलाज करवा रहे हैैं लेकिन सरकारी डॉक्टर की न तो टीम पहुंची और ना ही उन्हें दवाएं दी गईं.


गोरखपुर (ब्यूरो)।यह जानकारी उन्होंने इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल रुम को दी है। हेल्थ डिपार्टमेंट की लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है बल्कि 12 वर्षीय माधुरी शर्मा को भी दवा नहीं मिली है। जबकि वी पहले ही कंट्रोल रुम में अपनी समस्या दर्ज करवा चुकी हैैं। हो चुकी है तैनाती


यह दोनों केस कोविड की तैयारियों की पोल खोल रहे हैं। यह हालत तब है कि तब जब चार संक्रमितों की संख्या अभी गोरखपुर जिले में आई हैैं। इन सबकी जानकारी लगातार इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर में क्वैरी के दौरान आ रही हैैं। हालांकि इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट के जिम्मेदार अफसर इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर में डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ की तैनाती 3 जनवरी से कर दी है। सेंटर की जिम्मेदारी अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) पुरुषोत्तम दास गुप्ता को सौंपी गई हैैं। वहीं हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से डीएचईआईओ सुनीता पटेल को कोविड प्रभारी बनाया गया है। सह नोडल के तौर पर सतीश तिवारी जिम्मेदारी निभााएंगे, वहीं ईडीएम नीरज श्रीवास्तव टेक्निकल एक्सपर्ट होंगे। होम आईसोलेशन में रहने वालों को इन नंबर पर करना है कॉल - 0551- 2202205 - 0551 - 220 4196 दवा नहीं मिलने पर इन नंबर्स पर करें कॉल - 9532041882- 9532797104इन डॉक्टर्स की गई तैनाती

- डॉ। एमके सिंह - सुबह 10 से 4 बजे तक, सोमवार व मंगलवार - डॉ। राजेश कुमार वैश्य - सुबह 10 से 4 बजे तक, बुधवार व गुरुवार - डॉ। प्रशांत सिंह - सुबह 10 से 4 बजे तक, शुक्रवार व शनिवार - डॉ। संतोष दुबे - सुबह 10 से 4 बजे तक रविवार जिन मरीजों को दवा नहीं मिली है। उसके लिए मेडिकल ऑफिसर से पूछा जाएगा। दवा सभी संक्रमितों को दिया जाना है। डॉ। आशुतोष कुमार दुबे, सीएमओ

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