एक साल बाद भी पुलिस के हाथ नहीं लगे टप्पेबाज
-कोतवाली एरिया में हुई जालसाजी से नहीं उठ सका पर्दा
-पुलिस के दावों पर भारी पड़े जालसाज GORAKHPUR: सिटी के कोतवाली एरिया में एक साल पहले हुई जालसाजी की घटनाओं से पर्दा उठाने में पुलिस नाकाम है। कभी सादे कपड़ों में पुलिस वाला तो कभी किसी विभाग का अधिकारी बताकर लोगों को चूना लगाने वाले जालसाज आज भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। इन जालसाजों के टारगेट पर ज्यादातर बाहर से आए व्यापारी तथा रिक्शे सवार महिलाएं होती हैं। वह मार्केट में घुम कर इन साफ्ट टारगेट तलाशते हैं तथा मौका मिलने पर झांसा देकर गहने और नकदी लूटकर फरार हो जाते हैं। लेकिन पुलिस इन जालसाजों को पकड़ने में आज भी नाकाम है। टप्पेबाजी की घटनाएं-24 अक्टूबर 2017 को कोतवाली थाना एरिया के रेती रोड मदीना मस्जिद के निकट मून लाइट होटल के पास दो व्यापारियों नजरूल इस्लाम एवं महबूब हुसैन से पुलिस बनकर 7.75 लाख की लूट।
-15 दिन बाद मून लाइट होटल के पास सुबह 8.30 बजे पुलिस बनकर लूट की दूसरी घटना को अंजाम। -5 जनवरी 2019 कोतवाली थाना क्षेत्र इस्माईलपुर के पास पुलिस के ड्रेस में एसआर कंपनी के मुनीम से 92 हजार की लूट।-8 जनवरी 2019 कोतवाली थाना क्षेत्र आकाश मोबाइल की दुकान में ताला तोड़कर 20 लाख की भीषण चोरी। सीसी कैमरे में फोटो कैद हैं।
-13 जनवरी 2019 कोतवाली थाना क्षेत्र के रेती रोड पर सिवान बिहार के चश्मा कारोबारी मंजर आलम से एसटीएफ का सिपाही बनकर मुनीम से 25 हजार की लूट। -1 जून 2019 को शोहरतगढ़ के दवा व्यापारी शुभम वर्मा व जितेंद्र वर्मा से एक लाख की टप्पेबाजी की घटना हुई। घटना भालोटिया मार्केट के पास हुई। -26 जुलाई 2019 को भालोटिया मार्केट के पास बाइक सवार बदमाशों ने दो व्यापारियों को टप्पेबाजी का शिकार बनाने का प्रयास किया। वर्जन बदमाशों पर नकेल कसने के लिए टीमें लगाई गई हैं। काफी समय से फरार बदमाशों की तलाश की जा रही है। जल्द ही मामले का पर्दाफाश किया जाएगा। - डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी गोरखपुर