महिला चौकीदार, पुलिस संग करेंगी कदमताल
- जिले में पहली बार होगी महिलाओं की नियुक्ति
- 284 पदों को भरने के लिए शुरू हुई प्रक्रिया GORAKHPUR: जिले में चौकीदारों की भूमिका को सशक्त बनाने की पहल शुरू हो गई है। विधान सभा चुनाव में चौकीदार पुलिस की तीसरी आंख बनकर काम करेंगे। चौकीदारों की महत्ता को बढ़ाने के लिए पहली बार जिले में महिला चौकीदारों की नियुक्ति की तैयारी हुई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अनुकंपा के आधार पर दो चौकीदारों के परिवार की महिलाओं की तैनाती की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही उनके नाम पर मुहर लग जाएगी। खाली पड़े हैं चौकीदारों के पदथानों की पुलिस के कामकाज में चौकीदार महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अपराधियों को पकड़ने से लेकर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में उनकी अहम भागीदारी होती है। गांव में होने वाले अपराध में चौकीदारों के फीडबैक पर पुलिस को सुराग मिलते हैं। उनके माध्यम से हर गतिविधि पर पुलिस नजर रखती है। सिर में लाल साफा बांधे, हाथों में लाठी थामे चौकीदार देखकर लोग को पुलिस के मौजूद होने का अहसास भी होता है। पहली बार ऐसा होगा जब दो महिलाओं को चौकीदार बनने का मौका मिलेगा।
प्रदेश में कुल चौकीदार - 70 हजार प्रदेश में खाली पड़े पद- एक लाखजिले में चौकीदारों की तादाद - 1093
विभिन्न थानों में खाली पड़े पद- 284 जिले में नई नियुक्ति के आवेदन - 64 महिला चौकीदारों के लिए एप्लीकेशन - 02 चौकीदार के काम - अंग्रेजों के जमाने से गांव और थाने के बीच पुलिस के मददगार - चौकीदार को पुलिस-प्रशासन की तीसरी आंख समझा जाता है। - चौकीदारों को सरकार की ओर साइकिल, टॉर्च दिया जाता है। - ग्रामीण क्षेत्र में अपराधी, आपराधिक घटनाओं पर नजर रखते हैं। - घटनाओं की सूचना पुलिस को देना। पुलिस को सही जानकारी उपलब्ध कराना। - गांवों में चौकीदारी करते हुए लोगों को सुरक्षा का अहसास दिलाना। - कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहायक के रूप में काम करना। चौकीदारों को मिली नई जिम्मेदारियां - एसओ के साथ गश्त करने के आदेश - अपराधियों को पकड़ने पर मदद करने में सार्वजनिक रूप से इनाम, सम्मान - जन्म और मृत्यु तक का आंकड़ा अपने पास रखना होगा। - किसी बाहरी व्यक्ति के गांव में आने, संदिग्ध के बारे में थानेदार को सूचना देंगे। चौकीदारों की रही है मांग - सभी चौकीदारों का कंप्यूटराइज्ड पहचान पत्र बनाया जाए।- चौकीदारों से पुलिस मैन्युअल के अनुसार काम लिए जाएं।
- चौकीदारों को चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए।
- शारीरिक दुर्घटना बीमा कराए जाने की सुविधा बहाल हो। - मौसम के हिसाब से आवास की व्यवस्था होनी चाहिए। - साइकिल, टार्च की मरम्मत का खर्च सीधे एकाउंट में भेजा जाए। वर्जन पुलिस की एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में चौकीदार काम करते हैं। चुनाव के दौरान उनकी भूमिका बढ़ जाती है। जिले में रिक्त पड़े चौकीदारों के पदों पर नियुक्ति की जाएगी। इस बार दो महिला चौकीदारों को भी मौका दिया जाएगा। ज्ञान प्रकाश चतुर्वेदी, एसपी ग्रामीण