आज राखी का दिन है। इस बार पहली बार भाई-बीन वर्चुअल राखी मनाने जा रहे है। वर्चुअल राखी यानी भाई बहन आमने सामने नहीं होंगे। बल्कि पफेस टाइम जूम या व्हाटसऐप के जरिए एक दूसरे से मिलेंगे। बातें करेंगे, पूजा करेंगे और राखी मनाएंगे।

दिल्ली में रहने वाले सुनील सिंह कहते हैं कि राखी के दिन एक दूसरे से मिलना, पूजा करना, राखी बांधना, मिठाई खाना, तोहफा लेना देना सबका अलग रोमांच होता है। इस समय लॉकडाउन के माहौल में कुछ ही दुकानें खुली है। बाकी बंद है। फिर भी आनलाइन ढेर सारे विकल्प है। बहने अपने भाई के लिए आनलाइन का सहारा ले रही है। हालांकि राखी के दिन भाई और बहनों के साथ पूरा परिवार वर्चुअली जुड़ रहा है। इसलिए उन्होंने अपनी तैयारी पूरी तरह से कर ली है।

लॉकडाउन में भी तैयारी कम नहीं

शाहपुर एरिया की रहने वाली रेनू ने बताया कि मेरे भाई मुंबई में रहते हैं। हर राखी के दिन घर आते हैं लेकिन इस बार कोरोना की वजह से नहीं आ पा रहे हैं। इसलिए पूरा परिवार वर्चुअल त्योहार मनाने की तैयार कर ली है। हमने भी अपने कपडे़ं तैयार कर लिए हैं। यह लॉकडाउन का पहला त्योहार है। उसे पूरे जोश से मनाएंगे। इसलिए घर को भी सजा लिया है।

घर पर ही बनाया मिठाई

पादरी बाजार की रहने वाली दिव्या सिंह ने बताया कि इस बार लॉकडाउन की वजह से मिठाई की दुकानें बंद चल रही है। इसलिए अपने भाई के पसंद की मिठाई घर पर ही तैयार कर लिया है। त्योहार के समय हम सबका मूड बदलेगा।

भाई दूर रह कर पास है

घोष कंपनी की रहने वाली आरती सिंह ने बताया कि भाई दूर रह कर हमारे पास है। मैं अपने दिमाग में कभी भी यह ख्याल नहीं लाती कि राखी के दिन भाई बहन नहीं मिल पा रहे है। एक-दूसरे को खुश देखना भी बड़ी बात है। घर पर बच्चों और परिवार वालों के साथ गाना गाने, मिठाई और खाना के साथ इस त्यौहार को अच्छे तरीके से मनाया जाता है। जिससे यह कोरोना काल यादगार बन जाए।

कोट

हर साल राखी पर अपने भाई के पसंद की मिठाई शहर के प्रसिद्ध मिठाई की दुकान से खरीदती थी। लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से घर पर गुलाब जामुन बनाया है। बडे़ भइयां बाहर रहते हैं। उनके लिए आनलाइन ही राखी भेज दी हूं।

कंचन पाठक

हर राखी के दिन मैं अपने बहन के पास पहुंच जाता था। इस बार भी कोशिश कर रहा हूं कि बहन के पास जाउंगा। अगर किसी कारण से नहीं जा पाया तो उसे आनलाइन उपहार भेज दूंगा। यह भी तैयारी किया हूं कि व्हाट्सअप के जरिए ही इस त्योहार को बहन के साथ मनाऊं।

जितेंद्र

मेरी बहन बाहर रहती है एक रिश्तेदार के हाथ उसके पास उपहार भेज दिया हूं। राखी के दिन वीडियों कॉलिंग के जरिए बहन के साथ राखी का त्यौहार मनाने का प्लान पूरी तरह से तैयार है। सबसे ज्यादा जरूरी है कि मेरी बहन के प्रति प्यार बना रहे। इस साल नहीं अगले साल साथ रहकर त्यौहार मनाने का फिर मौका आएगा।

आशुतोष चौधरी

हर बार प्रोग्राम बन जाता था और हम लोग राखी के दिन भाई के पास जाते थे। इस बार कोरोना वायरस की वजह से माहौल पहले जैसा नहीं है। इसलिए राखी ऑनलाइन भेज दी है। सुबह वीडियों कालिंग के जरिए भाई के कलाई पर राखी बाधूंगी।

मोनी पाठक

Posted By: Inextlive