- जरूरतमंद पेशेंट्स के लिए मंगाए गए थे 1800 पल्स ऑक्सीमीटर

केस वन

तारामंडल के रहने वाले एसपी मिश्रा बताते हैं कि आक्सीजन लेवल उनका कम हुआ था। लेकिन उनके पास कोई भी आक्सीमीटर लेकर नहीं आया। वह खुद ही आक्सीमीटर भालोटिया से खरीदकर अपने घर में रखे हैं। उससे खुद ही अपना आक्सीजन लेवल मेजरमेंट करते रहते हैं।

केस टू

राप्तीनगर के रहने वाले दुर्गेश (बदला हुआ नाम) बताते हैं कि होम आईसोलेशन के दौरान उन्हें सांस संबंधी प्राब्लम हुई तो उन्होंने कंट्रोल रूम नंबर पर काल किया। कॉल करने पर उनका नाम, पता दर्ज किया गया। लेकिन आज तक कोई नहीं आया। वह खुद ही अपना सामान खरीदकर अपने साथ रखे।

GORAKHPUR: कोरोना के बढ़ते कहर की वजह से होम आईसोलेशन वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अब तक 8900 संक्रमितों को होम आईसोलेशन में रहने की परमिशन दी गई है। मगर शासन की मंशा के हिसाब से मरीजों की प्रॉपर जांच नहीं हो पा रही है। गोरखपुर में चार हजार आशा बहुए हैं, जबकि महज 1800 पल्स ऑक्सीमीटर ही उपलब्ध कराया गया है। ऐसे में होम आईसोलेशन वाले मरीजों के आक्सीजन लेवल जांच के लिए खुद ही ऑक्सीमीटर खरीदकर रखना पड़ रहा है। जबकि हेल्थ डिपार्टमेंट का दावा था कि मरीजों के ऑक्सीजन लेवल कम होने पर आशा बहुएं उनके ऑक्सीजन लेवल को चेक करने तुरंत पहुंचेगी। मगर अधिकतर घरों में ऑक्सीमीटर से जांच करने के लिए कोई नहीं पहुंचा है।

4010 आशा पर 1800 ऑक्सीमीटर

नगर निगम और जिला पंचायत राज विभाग की मदद से ऑक्सीमीटर को आशा बहुओं तक पहुंचवाना था। ताकि होम आईसोलेशन वाले मरीजों के ऑक्सीजन लेवल जांचा जा सके। चूंकि शहर में 410 व ग्रामीण में 3600 आशा बहुएं हैं तो इन 4010 आशा बहुओं के आगे 1800 ऑक्सीमीटर कम है। ऐसी स्थिति में जो टीम बनाई गई है। उन टीम के बीच एक-एक ऑक्सीमीटर दिया गया है। शहरी क्षेत्र में नगर निगम और ग्रामीण क्षेत्र में डीपीआरओ के जरिए बंटवाया गया है।

क्या था दावा?

ऑक्सीमीटर इक्विपमेंट से मरीजों का शरीर में ऑक्सीजन का स्तर पता लगाया जा सकता है। सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी का दावा था कि कोरोना मरीजों के घर मेडिकल किट भी भेजी जा रही है। लेकिन कहीं पहुंच रहा है तो कहीं नहीं। किट में एक सप्ताह की दवाइयां पहुंचाने की बात भी कही गई। लेकिन दवाइंयां तो दूर हालचाल पूछकर फोन पर ही काम चलाया जा रहा है। इस कार्य के लिए संबंधित क्षेत्र की आशा बहुओं को लगाया गया। शहरी क्षेत्र में कुछ आशा बहुएं एक्टिव हैं तो कुछ एरिया में वो भी नहीं है।

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कंट्रोल रूम से मिलेगी हेल्प

सीएमओ ने बताया कि कंट्रोल रूम के नंबर 0551-2201796, 0551-2202205 और 0551-2204196 लगातार 24 घंटे वìकग में है। इन नंबर्स पर सूचना देकर कोरोना मरीज सभी प्रकार की जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारी व डीएम के। विजयेंद्र पांडियन की निगरानी में चल रहे इस इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार मरीजों और उनके परिजनों को सहायता उपलब्ध करवा रहा है।

होम आइसोलेशन में कोरोना का इलाज करवा रहे मरीजों के लिए 1800 पल्स ऑक्सीमीटर मंगाया गया है। शहरी क्षेत्र के लिए नगर आयुक्त और ग्रामीण एरिया के लिए डीपीआरओ को दिया गया है। उन्होंने आशा बहुओं को दिलवाया है।

- डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीएमओ

Posted By: Inextlive