गम, गुस्सा, आक्रोश..
- शिक्षामित्रों का समायोजन रद किए जाने के फैसले के विरोध में प्रदर्शन, रोड जाम, तोड़-फोड़
- प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने किया वाटर कैनन व हल्का बल प्रयोग GORAKHPUR: शिक्षामित्रों का समायोजन रद किए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शुरू उनका प्रदर्शन गुरुवार को और उग्र हो गया। गोरखनाथ मंदिर जाने पर आमादा प्रदर्शनकारियों की शहर में कई जगहों पर पुलिस से भिड़ंत हुई। प्रदर्शनकारियों ने कुछ वाहनों में तोड़फोड़ व राहगीरों से बदसलूकी भी की। धर्मशाला ओवरब्रिज के पास हालात बेकाबू होता देख पुलिस को वाटर कैनन के साथ ही बल प्रयोग करना पड़ा। किसी तरह अधिकारियों के समझाने पर शिक्षामित्र शांत हुए और ज्ञापन देकर लौट गए। नहीं ली थी अनुमतिशिक्षामित्रों ने प्रदर्शन के लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली थी। बिना अनुमति ही सैकड़ों की संख्या में शिक्षामित्र डीडीयूजीयू के सामने पंत पार्क में जमा हो गए और गोरखनाथ मंदिर जाने की तैयारी में जुट गए। यह सूचना मिलते ही पुलिस वहां उन्हें रोकने पहुंच गई। पुलिस ने पंत पार्क का गेट बंद कर दिया लेकिन शिक्षामित्रों ने गेट तोड़ डाला और गोरखनाथ मंदिर की तरफ बढ़ चले। बीच-बीच में पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन वे धर्मशाला ओवरब्रिज तक पहुंच गए। यहां पुलिस ने हालात बेकाबू होता देख हल्का बल प्रयोग किया। इसके साथ ही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया।
किसी की नहीं सुन रहे थे शिक्षामित्र सूचना पर डीएम राजीव रौतेला व डीआईजी निलाब्जा चौधरी के साथ भारी फोर्स बल धर्मशाला पहुंचा। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बात करने की पूरी कोशिश की लेकिन प्रदर्शनकारी कोई बात सुनने को तैयार नहीं थे। वे हर हाल में गोरखनाथ मंदिर जाने की जिद पर अड़े थे। पुलिस से प्रदर्शनकारियों की धक्कामुक्की भी हुई। जिसमें आठ शिक्षामित्र घायल हो गई। पुलिस ने 16 शिक्षामित्रों को अरेस्ट किया जिन्हें बाद में निजी मुचलके पर छोड़ दिया। काली मंदिर पहुंचे प्रदर्शनकारी धर्मशाला बाजार चौराहे से किसी तरह हटाए गए प्रदर्शनकारी गोलघर काली मंदिर पहुंच गए। चौराहे पर एकत्र होकर एक बजे से धरने पर बैठ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। वे सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कराने की जिला प्रशासन से मांग कर रहे थे। करीब एक घंटे बाद पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट ने सीएम के गोरखपुर आने पर शिक्षामित्रों के प्रतिनिधि मंडल की उनसे मुलाकात कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद माने शिक्षामित्रों ने उन्हें सीएम को संबोधित पत्रक दिया और वहां से हटे। रोड जाम, जमकर उत्पातकाली मंदिर के पास रोड जाम कर धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों में से कुछ उग्र हुए तो राहगीरों के साथ मारपीट कर ली। वहीं धर्मशाला के पास रोडवेज की बस पर भी पथराव किया। जिससे उसके शीशे टूट गए और बस में बैठे यात्री अपनी जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। आरटीओ के पास भाजपा के स्टीकर व झंडा लगी एक कार के शीशे तोड़ दिए। वहीं एक ऑटो को उलट दिया। कुछ बाइक सवार राहगीरों से भी शिक्षामित्रों ने हाथापाई की।
यहां लगा रहा जाम - पंतपार्क - गणेश चौराहा - काली मंदिर - गोलघर - असुरन चौक - गोरखनाथ - धर्मशाला वर्जन बिना किसी अनुमति शिक्षामित्रों ने प्रदर्शन किया। उन्हें बार-बार समझाया गया कि ज्ञापन दे दीजिए लेकिन वे हर हाल में गोरखनाथ मंदिर जाने पर आमादा थे। ऐसे में लॉ एंड आर्डर को देखते हुए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों के धक्का-मुक्की करने के कारण कई पुलिस अधिकारियों को भी चोटें आई हैं। - चारू निगम, एएसपी कॉलिंगहम सब शांतिपूर्ण ढंग से गोविंद पंत पार्क में मीटिंग कर रहे थे लेकिन सिविल ड्रेस में पुलिस हमें पंत पार्क के भीतर बंद कर दिया। हम सबको गोरखनाथ मंदिर जाना था लेकिन पुलिस ने हमें धर्मशाला के पास रोक दिया और लाठी से खूब मारा।
- राजेश कुमार सिंह, शिक्षामित्र मैं देसही ब्लॉक में शिक्षामित्र हूं। पंत पार्क से गोरखनाथ मंदिर जा रहा था लेकिन पुलिस वालों ने बर्बरता से पीटा। जब तक हमारी समस्या को प्रदेश सरकार संज्ञान नहीं लेगी। तब तक हम सब चैन से नहीं बैठेंगे। - संजीता, शिक्षामित्र हम सब शांति पूर्ण ढंग से बैठक कर रहे थे। लेकिन पार्क में हम सभी को पुलिस ने बंद कर दिया। न तो किसी ने हमारी बात सुनी और ना ही किसी ने हमारे ज्ञापन को सीएम कार्यालय तक पहुंचाने की बात कही। - अनिल कुमार, शिक्षामित्र हम सब 17 साल से शिक्षा मित्र बनकर नौकरी किए। बच्चों को पढ़ाया। सरकार ने हमें शिक्षा मित्र बनाया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से सरकार सहानुभूति दिखाने के बजाय हमारे दर्द पर चुप्पी नहीं तोड़ रही है। पंकज कुमार, शिक्षामित्र ------- लाठी चार्ज में यह हुए घायल - तारा देवी, डुमरी खास, चौरीचौरा - रमेश गुप्त, सिंहपुर, कुशीनगर - संजय सिंह, सुकरौली, कुशीनगर - मिथिलेश, मोतीचक, लक्ष्मीगंज - सविता राय, तीहा मोहम्मदपुर बॉक्स 700 के खिलाफ केस दर्जपरिवहन निगम के बस परिचालक जय प्रकाश मौर्य और कसया, कुशीनगर के सिंहपुर निवासी कार के मालिक जगदीश प्रसाद ने शिक्षामित्रों के खिलाफ तोड़फोड़ करने अराजकता फैलाने, उपद्रव करने की तहरीर दी। इस आधार पर कैंट पुलिस ने शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष गदाधर दुबे और शिक्षामित्र संघ के जिला अध्यक्ष अजय सिंह के खिलाफ नामजद और सात सौ अन्य अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है।